Mumbai Attack : गोसांई का लाल गौतम भी हुआ था शहीद, बचाई थी साथियों की जान
दस साल पहले मुंबई के ताज होटल में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया, तो दुश्मनों से लोहा लेने गौतम भी आगे आ गए। उन्होंने अपने साथियों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवा दी थी।
फरीदाबाद, जेएनएन। ठीक दस साल पहले मुंबई के ताज होटल में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया, तो दुश्मन की एक गोली कम करने में शहर के बेटे गौतम गोसांई ने भी अपना योगदान दिया था। गढ़वाल सभा के प्रधान सेक्टर-48 निवासी देव सिंह गोसाई के होनहार पुत्र 23 वर्षीय गौतम गोसांई सोफिया कॉलेज से होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर वहां शेफ की ट्रेनिंग के लिए गए थे।
गोसांई परिवार के लिए गर्व का मौका
गोसांई परिवार के लिए उस समय यह बड़ी खुशी और गर्व का मौका था, जब उनका बेटा देश के अग्रणी टाटा समूह के होटल ताज में ट्रेनिंग ले रहा था। परिवार को उसके उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद दी, लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था। वह 26/11 की काली रात थी, आतंकवादियों ने होटल ताज को निशाना बनाया।
रतन टाटा ने किया सम्मानित
सूचना मिलने पर एनएसजी कमांडो ने मुकाबला करते हुए आतंकवादियों को मार गिराया था और एक आतंकी कसाब को जिंदा पकड़ लिया था। उससे पहले आतंकियों ने कई निर्दोष लोगों की जान ले ली थी। इनमें होनहार गौतम ने भी साथियों की जान बचाते हुए जान गंवा दी थी। गौतम गोसांई की इस शहादत के लिए टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने उनके पिता देव सिंह गोसाई को जीवन रक्षक अवार्ड भी सौंपा था।
पिता ने कहा देश के लिए शहीद हुआ बेटा
गौतम के पिता देव सिंह गोसाई ने बताया कि गौतम हम सबका प्यारा था और अपनी मां राधा का दुलारा था। हमारा बेटा भी देश के लिए शहीद हुआ है।