UP : आग की लपटों से घिरी मां को बचाने में जुटी बेटी भी झुलसी, दोनों की मौत
गमगीन माहौल में दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। मां-बेटी की मौत के बाद उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
नई दिल्ली/गढ़मुक्तेश्वर, जेएनएन। कोतवाली क्षेत्र के गांव शाहपुर चौधरी में आठ दिन पहले खाना बनाते समय लगी आग से मां को बचाने में लगी बेटी भी बुरी तरह झुलस गई थी, दोनों ने सोमवार रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। गमगीन माहौल में परिजन ने दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। मां-बेटी की दर्दनाक मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है।
गांव शाहपुर चौधरी के प्रधान पति जयपाल सिंह ने बताया कि गांव निवासी कमल सिंह सैनी गढ़मुक्तेश्वर डाकखाने में संविदा पर तैनात हैं। कमल सिंह पांच बच्चों के पिता हैं। उनकी पत्नी सरोज आठ दिन पहले सुबह में लकड़ी के चूल्हे पर खाना बना रही थीं। इस दौरान उनकी साड़ी ने आग पकड़ ली। सरोज की चीख-पुकार सुनकर उन्हें बचाने के लिए बेटी काजल (20) पहुंची। काजल आग बुझाने की कोशिश कर रही थी तभी आग की लपटों से घिरी सरोज ने काजल को पकड़ लिया। इसके चलते काजल भी आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गई।
दोनों को झुलसी हालत में मेरठ पहुंचाया, जहां से दोनों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया। आठ दिन तक भर्ती रहने के बाद दोनों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। सोमवार रात कुछ घंटों के अंतराल में मां-बेटी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। एंबुलेंस से दोनों शव गांव में पहुंचे तो पीड़ित परिवार को दुख की घड़ी में सांत्वना देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा।