2019 के पहले दिन कुछ इस अंदाज में नजर आई दिल्ली, 1 लाख लोग पहुंच गए इंडिया गेट
नए साल के पहले दिन देश की राजधानी दिल्ली कुछ अलग ही अंदाज में नजर आई।सड़कों पर बड़े पैमाने पर युवाओं में उत्साह और उल्लास देखा गया।
नई दिल्ली, जेएनएन। नए वर्ष पर राजधानी के लोगों ने बड़ी संख्या में अपने ईष्ट देवता के दर्शन के लिए मंदिरों का रुख किया, वहीं इंडिया गेट, चिड़ियाघर, लाल किला सहित कनॉट प्लेस आदि घुमने वालों की तादात भी काफी रही। इससे पुरानी दिल्ली सहित नई दिल्ली के कई रास्ते वाहनों से पट गए। वहीं, कई लोग नए वर्ष पर मार्केट में खरीदारी करने पहुंच रहे थे। इससे सड़कों पर वाहनों का भारी दवाब रहा, जिससे जगह-जगह जाम की स्थिति बनी।
यातायात पुलिस ने इंडिया गेट व आस-पास के कई रास्तों को आम वाहन के लिए बंद कर दिया था। इससे सड़कों पर वाहन की संख्या बढ़ गई और वाहन रेंग-रेंगकर चलने को मजबूर हुए। देर शाम तक यही स्थिति बनी रही। वर्ष का पहला दिन और मंगलवार का दिन होने के कारण कनाट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर, चांदनी चौक पर गौरी शंकर मंदिर और यमुना बाजार के हनुमान मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने पहुंचे। स्थिति यह थी कि सुबह मंदिर खुलने से पहले ही वहां श्रद्धालुओं की लाइनें लगनी शुरू हो गईं। मंदिर के आस-पास की सड़कों पर यातायात का दवाब बढ़ गया।
खासकर युवाओं ने दिन में धूप निकलती देखकर इंडिया गेट का रुख किया। इस दौरान खासकर युवतियों ने जमकर सेल्फी ली।
दिल्ली में इंडिया गेट के बाद सबसे ज्यादा भीड़ तो दिल्ली के लाल किला के पास कम भीड़ नजर आई। यहां पर ज्यादातर लोग परिवार के साथ भी पहुंचे।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में भी छुट्टी जैसा नजारा रहा और ज्यादातर कॉलेज छात्र-छात्राएं मॉल, रेस्तरां व पार्कों में नजर आए।
उधर, दिन चढ़ते ही लोग नया वर्ष मनाने परिवार के साथ वाहनों में इंडिया गेट, चिड़ियाघर, लोधी गार्डन, पुराना किला, कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क सहित लाल किला इत्यादि पर्यटन स्थलों पर आने शुरू हो गए। अधिकारियों का दावा है कि इंडिया गेट पर तो पूरे दिन एक लाख से अधिक लोग पहुंचे। चिड़ियाघर में 37 हजार से ज्यादा दर्शकों ने प्रवेश पाया। भीड़ बढ़ने से चिड़ियाघर में शाम चार बजे की जगह साढ़े चार बजे प्रवेश बंद किया गया।
वहीं, केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, मंडी हाउस, प्रगति मैदान सहित चार मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों का निकास बंद कर दिया गया था। हालांकि, इस दौरान मेट्रो चल रही थी। इस झंझट से बचने के लिए ज्यादातर लोग अपने वाहन का प्रयोग कर रहे थे, जबकि मेट्रो स्टेशन बंद की वजह से लोगों ने इंडिया गेट और कनॉट प्लेस जाने के लिए ऑटो व अन्य साधनों का प्रयोग किया।
ज्यादा मांग होने के कारण टैक्सी और आटो वालों ने लोगों से तय से ज्यादा किराए वसूले। ज्यादा भीड़ होने से इंडिया गेट, कनॉट प्लेस, मथुरा रोड और चांदनी चौक के पास वाहनों की आवाजाही रही। जाम के कारण इंडिया गेट सर्कल, कनॉट प्लेस आउटर और इनर सर्किल, बाबा खड्ग सिंह मार्ग, मथुरा रोड, चांदनी चौक, यमुना बाजार बाराखंबा रोड, मंडी हाउस, फिरोजशाह रोड, बंगाली मार्केट, डीडीयू मार्ग, गोल मार्केट, बंगला साहिब रोड, प्रगति मैदान और भगवानदास रोड पर पूरे दिन वाहन रेंग-रेंगकर चलते रहे। प्रमुख बाजार के पास की सड़कें भी पूरे दिन वाहनों से अटी रहीं।
नए साल के पहले दिन एक जनवरी को देश की राजधानी दिल्ली कुछ अलग ही अंदाज में नजर आई। सड़कों पर बड़े पैमाने पर युवाओं में उत्साह और उल्लास देखा गया। काफी हद तक लोगों को मौसम का भी साथ मिला।
दिल्ली में साल के पहले दिन (मंगलवार, एक जनवरी) को मौसम खुशगवार रहा। धूप खिली तो लोग दिल्ली के नामी पर्यटन स्थलों के निकल पड़े। बता दें कि साल के पहले दिन मौसम रहा अपेक्षाकृत बेहतर रहा। न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। धूप जो सुबह खिली तो दोपहर तक आते-आते पूरी रंगत में आ गई। बुधवार से तापमान में वृद्धि और अगले दो दिन तक ठिठुरन से आंशिक राहत मिलने के आसार हैं।
यह नजारा दिल्ली के साथ नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे शहरों में भी रहा।
इंडिया गेट पर लोग परिवार के साथ पहुंचे और चाट पकौड़ी का भी आनंद लिया।
साल के पहले दिन बहुत से लोगों ने मंदिर का रुख किया। यह अलग बात है कि मंदिरों में जहां भीड़ जुटी वहीं, सड़कों पर भी जाम लग गया।
यहां पर बता दें कि 31 दिसंबर रात की शाम से लेकर देर रात एक बजे तक होटल, रेस्तरां, पब, बार व डिस्को लोग नए साल का जश्न मनाते नजर आए।
नए साल के मौके पर होटल्स व रेस्तरां में मौज मस्ती के लिए युवाओं की भीड़ जुटी थी। इसके अलावा कई फार्म हाउस, एम्यूजमेंट पार्क व रेस्तरां में भी लोगों की भीड़ रही।
होटल्स व रेस्तरां को रंग बिरंगी लाइटों के साथ फूलों से सजाया गया था। फूलों की खुशबू के साथ हल्की-हल्की रोशनी के साथ मधुर आवाज में बजता संगीत लोगों को झूमने पर मजबूर कर रहा था।