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Delhi Hospital Treatment: दिल्ली के 72.87 फीसद लोग सरकारी अस्पताल में कराते हैं इलाज

Delhi Hospital Treatment ताजा रिपोर्ट के अनुसार राजधानी दिल्ली की तकरीबन दो करोड़ आबादी में 2.60 फीसद आबादी को क्रोनिक (पुरानी) बीमारियां हैं। इस 2.60 फीसद आबादी में से 50.29 फीसद पुरुष व 49.71 फीसद महिलाएं हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 08:59 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 08:59 AM (IST)
Delhi Hospital Treatment: दिल्ली के 72.87 फीसद लोग सरकारी अस्पताल में कराते हैं इलाज
उत्तरी जिले में सांस रोग के सर्वाधिक 11.56 फीसद मरीज हैं।

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। राजधानी दिल्ली की कुल आबादी में से 72.87 फीसद आबादी सरकारी अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में अपना इलाज करा रही है। यह जानकारी दिल्ली सरकार के सामाजिक-आर्थिक सर्वे के दूसरे भाग की रिपोर्ट में सामने आई है। सरकार की तरफ से नवंबर 2018 से नवंबर 2019 के बीच यह सर्वे कराया गया था। सर्वे में राजधानी दिल्ली वासियों के स्वास्थ्य व इलाज संबंधी सुविधाओं का भी आंकलन किया गया है। जिसमें सामने आया है कि करीब 27.13 फीसद लोग ही प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराते हैं। रिपोर्ट के अनुसार राजधानी की दो करोड़ आबादी में 2.60 फीसद आबादी को क्रोनिक (पुरानी) बीमारियां हैं। इस 2.60 फीसद आबादी में से 50.29 फीसद पुरुष व 49.71 फीसद महिलाएं हैं। क्रोनिक बीमारियों से ग्रस्त लोगों का वर्गीकरण करने पर 36.33 फीसद लोगों को डायबिटीज व 21.75 फीसद लोगों को हृदय संबंधी बीमारी है, जबकि 9.17 फीसद लोगों को सांस संबंधी बीमारी व 24.28 फीसद लोगों को गठिया व अन्य प्रकार की बीमारी है।राजधानी के मध्य जिले में डायबिटीज के सर्वाधिक 43.34 फीसद मरीज हैं, जबकि उत्तर पश्चिमी जिले में हृदय रोग के 26.20 फीसद मरीज हैं। उत्तरी जिले में सांस रोग के सर्वाधिक 11.56 फीसद मरीज हैं।

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0.80 फीसद लोग दिव्यांग

सर्वे में शामिल लोगों में 0.80 फीसद लोग किसी न किसी प्रकार से दिव्यांग है। कुल दिव्यांग लोगों में 33.43 फीसद लोगों के पास दिव्यांगता प्रमाणपत्र है। जिसमें से 50 फीसद लोग दिल्ली सरकार की आर्थिक सहायता का लाभ ले रहे है। वहीं कुल आबादी में 0-5 साल के बच्चों में 77.54 फीसद बच्चे टीकाकरण में शामिल हो रहे हैं। 

सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हैं 69.80 फीसद लोग

सामाजिक आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में साफ हुआ है कि राजधानी दिल्ली में 69.80 फीसद लोग बस, चार्टर बस, मेट्रो व सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल कार्यालय जाने के लिए करते हैं। निजी कार का इस्तेमाल 0.32 फीसद लोग करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार राजधानी के 11.15 फीसद लोग टैक्सी साझा कर, ई- रिक्शा या टैक्सी का उपयोग करते हैं। राजधानी के 15.44 फीसद लोग निजी दो पहिया वाहन (मोटरसाइकिल या स्कूटर) का उपयोग कार्यालय जाने के लिए करते हैं। राजधानी के तीन जिले में दोपहिया वाहन का सर्वाधिक उपयोग किया जाता है। शाहदरा जिले में 21. 51 फीसद, पूर्वी जिले में 18.37 फीसद व पश्चिमी जिले में 16.54 फीसद लोग निजी दोपहिया वाहन का इस्तेमाल करते हैं।

मेट्रो का भी इस्तेमाल बढ़ा

नई दिल्ली जिले के 10.89 फीसद लोग मेट्रो का इस्तेमाल करते हैं। राजधानी की 68.34 फीसद महिलाएं सार्वजनिक परिवहन (बस) का उपयोग करती हैं, 14.69 फीसद महिलाएं ऑटो या ई-रिक्शा का उपयोग करती है। वहीं 6.78 फीसद महिलाएं निजी दोपहिया व 6.74 फीसद महिलाएं मेट्रो से यात्रा करती हैं।

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