Delhi Weather : बदला मौसम, रविवार को भी होगी बारिश, जानें- 10 दिन तक कैसा रहेगा मानसून
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) का अनुमान है कि अगले दो दिनों में दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में बूंदाबांदी हो सकती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। weather update for Delhi and NCR: दिल्ली-एनसीआर के साथ समूचे उत्तर भारत में अगले 10 दिनों के दौरान मानसून की विदाई हो जाएगी। पिछले कुछ दिनों से राजस्थान से गुजर रहा मानसून ट्रफ दिल्ली-NCR को राहत दे सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के मुताबिक, मौसम में आ रहे हल्के बदलाव के बीच शनिवार को दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश हुई। वहीं, रविवार को भी बारिश होने का अनुमान है, जिससे उमसभरी गर्मी से भी राहत मिलेगी और तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी। रविवार को मौसम भी सुहावना रहने की संभावना है। इससे पहले शनिवार को दिल्ली के कुछ इलाकों और गुरुग्राम में बारिश हुई। मौसम में बदलाव के अगले कुछ घंटों कुछ और जगहों पर बारिश होने की संभावना है। खासकर रविवार को दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में बारिश होगी।
चल सकती है तेज हवा
मौसम विभाग के मुताबिक, इस दौरान हवा की रफ्तार भी तेज रहने की संभावना है। हालांकि, अब झमाझम बारिश होने की उम्मीद लगभग खत्म हो चुकी है, लेकिन हल्की बारिश से भी तापमान में गिरावट आने का अनुमान है। अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच बने रहने के आसार हैं।
दस दिन में होगी मानसून की विदाई
इस बार दिल्ली से मानसून की विदाई विलंब से होगी। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दस दिन और बीच-बीच में हल्की बारिश की संभावना है। 30 सितंबर के बाद इसकी विदाई हो जाएगी। दिल्ली के लिए इस बार का मानसून निराशाजनक ही रहा। मानसून सीजन में अब तक सामान्य तौर पर दिल्ली में 620 मिलीमीटर बरसात होनी चाहिए लेकिन हुई केवल 380.4 मिलीमीटर है। यही वजह है कि इस बार लोगों को सितंबर में भी जुलाई-अगस्त जैसी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
इससे पहले शुक्रवार की सुबह बादलों की आवाजाही के कारण धूप की तल्खी बहुत ज्यादा नहीं थी। इसके बावजूद अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है। वहीं न्यूनतम तापमान 24.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम का सामान्य तापमान है।
दिल्ली में इस बार 34 तक कम बारिश हुई है?
दरअसल, बारिश के लिए कम दबाव का क्षेत्र बनना जरूरी है। यह बंगाल की खाड़ी से बनता है और देश के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचता है। दिल्ली तक इस बार इसका प्रभाव काफी कम रहा है। इसी तरह मानसून की रेखा भी राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं दक्षिणी उत्तर प्रदेश की तरफ तो पहुंची, लेकिन दिल्ली को छूकर निकल गई, इसीलिए दिल्ली में मानसून की बारिश इस बार कम रही है।
अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में हवाएं काफी हद उत्तर पश्चिमी या पश्चिमी हो जाएंगी। जैसाकि मैंने पहले बताया कि इन हवाओं में ठंडक और नमी दोनों रहती है। हालांकि दिल्ली एनसीआर के मौसम पर बड़ा प्रभाव हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर की मौसमी परिस्थितियाें का भी पड़ता है।
दिल्ली-NCR की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक