सेना से गैंगस्टर खरीदते हैं अत्याधुनिक हथियार व बुलेटप्रूफ जैकेट, एक बदमाश मांग चुका है सलमान खान से रंगदारी
बुलेटप्रूफ जैकेट सेना के अधिकारी से 2-2 लाख रुपये में खरीदी गई थी। तीनों बुलेटप्रूफ हेलमेट एक-एक लाख रुपये में खरीदी गई थी। एक सेना की ग्लॉक पिस्टल भी मिली है जिसे सेना के अधिकारी से ही ढाई लाख रुपये में खरीदी गई थी।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। बाहरी दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-26 में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए बदमाशों से बरामद हथियार व बुलेटप्रूफ जैकेट की जांच में स्पेशल सेल को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पिस्टल, बुलेटप्रूफ जैकेट व बुलेटप्रूफ हेलमेट गैंगस्टर ने सेना के एक अधिकारी से खरीदी थी। उक्त अधिकारी की पहचान कर ली गई है। इसकी जानकारी सेना के वरिष्ठ अधिकारी को दे दी गई है।
हाल के वर्षों में बड़े गैंगस्टरों के पास से बुलेटप्रूफ जैकेट व अत्याधुनिक हथियार बरामद होने से माना जा रहा है कि यह सब सेना के अधिकारियों से ही खरीदी जाती हैं। बदमाशों के पास से बरामद तीन बुलेटप्रूफ जैकेट में दो फुल प्लेट यानी एके प्रोटेक्शन वाली जैकेट व एक साधारण जैकेट है। एके प्रोटेक्शन वाली जैकेट एके-47 जैसे बड़े हथियारों के प्रहार को रोकती है और साधरण जैकेट पिस्टल आदि छोटे हथियारों से घायल होने से बचाती है। उक्त बुलेटप्रूफ जैकेट सेना के अधिकारी से 2-2 लाख रुपये में खरीदी गई थी। तीनों बुलेटप्रूफ हेलमेट एक-एक लाख रुपये में खरीदी गई थी। एक सेना की ग्लॉक पिस्टल भी मिली है, जिसे सेना के अधिकारी से ही ढाई लाख रुपये में खरीदी गई थी। सेल सूत्रों के मुताबिक गैंगस्टर ने ये सब डेढ़ महीना पहले ही खरीदी थी। मुठभेड़ के वक्त कार में बैठे तीन बदमाश बुलेटप्रूफ जैकेट और हेलमेट भी पहने हुए थे।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल का कहना है कि लारेंस बिश्नोई, काला जठेरी व सूबे गुर्जर पहले अलग-अलग गिरोह चलाते थे। गिरोह को मजबूत बनाने के लिए कुछ साल पहले तीनों ने हाथ मिला लिया, जिसके बाद तीनों के नाम से गिरोह जाना जाता है। यह गिरोह दिल्ली व हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व मध्य प्रदेश में रंगदारी वसूलता रहा है। गिरोह के पास काफी पैसे होने के कारण इस गैंगस्टर ने हाल के वर्षों में काफी अत्याधुनिक हथियार खरीदे हैं। माना जा रहा है कि गिरोह के पास और भी बुलेटप्रूफ जैकेट व अत्याधुनिक हथियार हो सकते हैं। लारेंस ने अभिनेता सलमान खान को भी धमकी देकर रंगदारी मांगी थी। वह अभी राजस्थान के जेल में बंद है। सूबे गुर्जर व काला जठेरी फरार हैं। कई राज्यों की पुलिस इन्हें ढूंढ़ रही है।
पांच राज्यों में वर्चस्व स्थापित करना चाहता है गिरोह
स्पेशल सेल द्वारा रोहिणी में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार चारों बदमाश कुख्यात लारेंस बिश्नोई-सूबे गुर्जर गिरोह के बदमाश हैं। वे दिल्ली व हरियाणा सहित पांच राज्यों में वर्चस्व स्थापित करने के लिए वारदात करते थे। इसमें कई जघन्य मामले शामिल हैं। कुछ आपसी रंजिश के बाद हत्या कर अपराध की दुनिया में आए थे तो अन्य अय्याशी के लिए बदमाश बने थे।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक सुनील को वर्ष 2019 में गांव के संजू नामक युवक ने उसकी बेरहमी से पिटाई की थी, जिसके बाद वह अपने दूर के रिश्तेदार अमित और कालू के साथ गुरुग्राम के बसई गांव में रहने लगा था। वहीं, सुनील ने साथी की मदद से संजू की हत्या कर दी थी। सुनील वर्ष 2019 में ही हरियाणा में दो लोगों की हत्या का प्रयास के साथ ही वे दिल्ली और हरियाणा में हथियार के बल पर लूटपाट की घटनाओं में भी शामिल था। दोनों के खिलाफ कुल नौ मुकदमे दर्ज हैं। गुरुग्राम निवासी अमित ने अय्याशी के लिए अपराध करना शुरू किया था। उसने अपना एक गिरोह बना लिया था।
इसी बीच वह सुबेदार गुर्जर के संपर्क में आकर लारेंस बिश्नोई और काला जथेरी गिरोह में शामिल हो गया था। अमित पर लूटपाट, डकैती का प्रयास व आर्म्स एक्ट के सात मुकदमे दर्ज हैं। रोहित स्कूल के समय से ही उग्र था। कॉलेजों के दोस्तों के साथ वह कई झगड़ों में शामिल था। इसी दौरान वह अमित के संपर्क में आ गया और उसने अपना घर छोड़ दिया था। उसने अपने दोस्त संजू की हत्या के बाद उसने अमित के साथ मिलकर अपने प्रतिद्वंद्वियों से बदला लेने के लिए कई वारदात को अंजाम दिया। चौथा बदमाश रविंदर ने किशोरावस्था में कई झगड़े में शामिल रहा था। कुछ मामले में उसे गिरफ्तार भी किया गया था। इसी दौरान वह गैंगस्टर मंजीत महल का दाहिना हाथ माने जाने वाले कुख्यात श्रवण के संपर्क में आया था। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह लारेंस बिश्नोई के निर्देश पर वारदात करता था। वह 14 मामले में शामिल रहा है।
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