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यूपी में बनने जा रहे देश के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक चलेगी मेट्रो, ये होंगी खूबियां

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट टर्मिनल के लिए मेट्रो परीचौक से जाएगी। परीचौक से टर्मिनल तक ट्रैक की लंबाई 35.64 किमी होगी। मेट्रो के निर्माण पर 5708 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 11:44 AM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 11:48 AM (IST)
यूपी में बनने जा रहे देश के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक चलेगी मेट्रो, ये होंगी खूबियां
यूपी में बनने जा रहे देश के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक चलेगी मेट्रो, ये होंगी खूबियां

नोएडा [जागरण स्पेशल]। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट मेट्रो 2025 तक ट्रैक पर दौड़ेगी। मेट्रो परियोजना पर 5708 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। ग्रेटर नोएडा के परीचौक से जेवर एयरपोर्ट टर्मिनल तक मेट्रो के 25 स्टेशन होंगे। एयरपोर्ट टर्मिनल में मेट्रो भूमिगत होगी। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Delhi Metro Rail Corporation) ने जेवर मेट्रो की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट यमुना प्राधिकरण को सौंप दी है। बोर्ड से मंजूरी के बाद मेट्रो परियोजना को रकम जुटाने की संभावनाएं तलाशने के लिए रिपोर्ट को उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को भेजा जाएगा।

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35.64 किमी ट्रैक की लंबाई

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट टर्मिनल के लिए मेट्रो परीचौक से जाएगी। परीचौक से टर्मिनल तक ट्रैक की लंबाई 35.64 किमी होगी। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क दो से यमुना एक्सप्रेस वे के समानांतर ग्रीन बेल्ट पर मेट्रो का ट्रैक एलिवेटेड होगा।

एयरपोर्ट टर्मिनल स्टेशन होगा भूमिगत

मेट्रो के निर्माण पर 5708 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसमें 4951 करोड़ रुपये कैपिटल कॉस्ट है। निर्माण लगात में भूमि की कीमत को शामिल नहीं है। ग्रीन बेल्ट पर मेट्रो के निर्माण से जमीन के लिए अतिरिक्त धनराशि खर्च नहीं करनी पड़ेगी। जेवर के नंगलाहुकुम सिंह स्टेशन से मेट्रो भूमिगत हो जाएगी। एयरपोर्ट टर्मिनल स्टेशन भूमिगत होगा।

तकरीबन एक लाख यात्री रोज करेंगे सफर

डीएमआरसी की ओर से सौंपी रिपोर्ट के अनुसार 2020 से मेट्रो का निर्माण कार्य शुरू करने पर 2025 तक इस पर परिचालन शुरू हो सकेगा। पहले दिन से मेट्रो को तकरीबन एक लाख यात्री मिलने का अनुमान है। मेट्रो परिचालन से होने वाली आमदनी मानक से काफी कम 4.32 फीसद होने का अनुमान है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बसावट के बाद आमदनी में बढ़ोतरी होगी।

1 से 2 किमी के बीच होंगे मेट्रो स्टेशन

परीचौक से एयरपोर्ट टर्मिनल तक मेट्रो के 25 स्टेशन तय किए गए हैं। इसमें आठ स्टेशन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में होंगे और शेष 17 स्टेशन यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में होंगे। दो स्टेशनों के बीच की दूरी एक किमी से लेकर 1.45 किमी होगी। एयरपोर्ट परिसर में करीब 2.7 किमी लंबा मेट्रो ट्रैक होगा।

मेट्रो के प्रस्तावित स्टेशन

ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क दो, सेक्टर चाइ एक, चाइ दो, चाइ तीन व सेक्टर चाइ चार, गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट टर्मिनल स्टेशन तक चलेगी।

डॉ. अरुणवीर सिंह (सीईओ यमुना प्राधिकरण) के मुताबिक, डीएमआरसी ने जेवर एयरपोर्ट मेट्रो की रिपोर्ट सौंप दी है। इसे बोर्ड में रखा जाएगा। बोर्ड से मंजूरी के बाद रिपोर्ट उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन को भेजी जाएगी। 

तीसरी लाइन बनने से बढ़ जाएगी निर्माण लागत

जेवर एयरपोर्ट मेट्रो की डीपीआर दो लाइन को लेकर तैयार की गई है। प्राधिकरण क्षेत्र में शुरुआत में आबादी न होने की वजह से मेट्रो सीधे जेवर एयरपोर्ट तक जाएगी, लेकिन बसावट होने के बाद मेट्रो के लिए एक अतिरिक्त लाइन की जरूरत होगी। इसके निर्माण के लिए करीब 1200 करोड़ रुपये और खर्च करना होंगे।


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