Weather Update: Delhi NCR में फिर बढ़ने लगा पारा, पढ़िये बारिश को लेकर मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान
Delhi-NCR Weather Forecast दिल्ली-एनसीआर के आसमान में बृहस्पतिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इसके साथ-साथ कहीं कहीं बहुत ही हल्की वर्षा होने का पूर्वानुमान है। उमस भरी गर्मी का दौर आगामी कुछ दिनों तक जारी रहने के आसार हैं।
नई दिल्ली/नोएडा/गुरुग्राम, जागरण डिजिटल डेस्क। सावन महीना बीतने की ओर है, लेकिन दिल्ली-एनसीआर के लोगों का झमाझम बारिश का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। बारिश का मौसम तो आगामा डेढ़ महीने तक रहेगा, लेकिन मानसून की सुस्ती से लगता नहीं है कि इस बार सभी इलाकों में बारिश का कोटा पूरा हो पाएगा।
जारी रहेगा उमस का दौर
इस बीच दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से मानसून रुठा हुआ है और उमस भरी गर्मी से लोगों की हालत खराब है। वहीं, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि उमस अभी कुछ दिनों तक बनी ही रहेगी। अलबत्ता, बृहस्पतिवार को कहीं कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। बावजूद इसके न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी से लोगों को दिक्कत होगी।
35 डिग्री के आसपास रहेगा तापमान
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बृहस्पतिवार को भी आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इस दौरान 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी। बीच-बीच में बहुत ही हल्की वर्षा या बूंदाबांदी होने के आसार है। इसके चलते उमस में और वृद्धि हो सकती है। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 और 28 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
उधर, शुष्क मौसम के बीच तेज धूप के चलते बुधवार को दिल्ली में उमस और तापमान में पहले से ज्यादा बढ़ोत्तरी देखने को मिली। दिनभर लोग पसीना पोंछते रहे। बुधवार को भी सूरज अपने समय पर ही निकल गया था। दिन चढ़ने के साथ साथ धूप तेज होती गई। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 37.5 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान एक डिग्री अधिक 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 85 से 53 प्रतिशत रहा। नजफगढ़ सबसे गर्म इलाका रहा, जहां का अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस था।
झमाझम बारिश का इंतजार
यहां पर बता दें कि इस पर दिल्ली-एनसीआर में मानसून तीन दिन की देरी से पहुंचा था। मानसून 27 जून की बजाय 30 जून को दिल्ली में पहुंचा और 3 जुलाई तक ठीक ठाक बारिश हुई, लेकिन लोग उस बारिश के तरह रहे हैं जो तरबतर कर देती है।
बीच-बीच में मध्यम स्तर की बारिश हुई और इससे न्यूनतम और अधिकतम तापमान भी गिरा, लेकिन शुष्क मौसम की वजह से इसका असर ज्यादा तक तक नहीं रहा। बावजूद इसके जुलाई महीने में गर्मी ने तुलनात्मक रूप से कम परेशान किया।