Ganesh Chaturthi 2020: मिट्टी की मूर्ति में बीज डालकर दिया इको फ्रेंडली गणेश उत्सव का संदेश
स्कूल के करीब 600 विद्यार्थियों ने स्कूल्स के इको क्लब द्वारा आयोजित ऑनलाइन इको फ्रेंडली भगवान गणेश मेकिंग कार्यशाला में भाग लिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। हर उत्सव को खुशी, शांति और समृद्धि व पर्यावरण के रंगों के साथ जोड़कर मनाना भारतीय परंपरा की रीत है। इसी रीत को आगे बढ़ाते हुए लिटिल फ्लावर ग्रुप ऑफ स्कूल्स के विद्यार्थियों ने गणपति भगवान की मूर्ति को भी पर्यावरण के अनुकूल व सुंदर रंगों के साथ सजाकर इको फ्रेंडली गणेश महोत्सव मनाने का संदेश दिया।
शिवाजी पार्क, कबीर नगर व विजय पार्क स्थित स्कूल के करीब 600 विद्यार्थियों ने स्कूल्स के इको क्लब द्वारा आयोजित ऑनलाइन' इको फ्रेंडली भगवान गणेश मेकिंग' कार्यशाला में भाग लिया। जिसमें विद्यार्थियों को गणेश चतुर्थी का उत्सव इको फ्रेंडली तरीके से मनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
कार्यशाला में विद्यार्थियों को मिट्टी, हल्दी, माचिस की तीली, आइसक्रीम की छड़ें, सिंदूर, संगमरमर या टाइल आदि के उपयोग से ईको फ्रेंडली भगवान गणेश की मूर्ति तैयार करनी सिखाई गई। इस मौके पर कई प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया और बहुत ही सुंदर-सुंदर गणेश भगवान की मूर्ति खुद अपने हाथों से बनाकर तैयार की। इन्हीं मूर्तियों को बच्चे अपने-अपने घरों में स्थापित भी करेंगे।
उत्तरी छज्जुपुर निवासी सातवीं कक्षा के माधव व तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले वीरेश दोनों भाईयों ने मिलकर मिट्टी से गणेश भगवान की सुंदर मूर्ति तैयार करके दिखाई और उसमें तोरी के बीज भी डाले, ताकि जब गमले में वह मूर्ति का विसर्जन करेंगे तो बीज के रूप में उन्हें एक पौधा भी मिलेगा। बच्चों की इस सुंदर सोच को खूब सराहा गया। इस दौरान कक्षा 11 वीं की यशवी वत्स ने सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों को हर त्योहार इको फ्रेंडली तरीके से मनाने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहे। यह कार्यशाला विशेषज्ञ अरजिता सिन्हा, इको क्लब के सदस्य ललिता गौतम, पूनम अरोड़ा व कीर्ति अग्रवाल के मार्गदर्शन में आयोजित हुई।
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