दिल्ली में भूकंपरोधी नहीं है इमारत तो होगी कार्रवाई, खतरनाक भवनों का किया जा रहा सर्वे
पिछले सप्ताह 77 भवन स्वामियों को नोटिस देने के बाद अब 30 लोगों को और नोटिस जारी किया गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी में बार-बार भूकंप के झटके आ रहे हैं। ऐसे में जो इमारतें भूकंप के बड़े झटकों में खतरे का सबब बन सकती हैं। उनके खिलाफ निगम ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। पिछले सप्ताह 77 भवन स्वामियों को नोटिस देने के बाद अब 30 लोगों को और नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस जिन्हें जारी किए गए हैं, उसमें स्कूल के साथ, ग्रुप हाउसिंग सोसायटियां भी शामिल हैं।
इन सभी को 30 दिन के भीतर स्ट्रक्चर ऑडिट रिपोर्ट जमा करनी होगी। निगम के अनुसार पिछले सप्ताह जिन लोगों को नोटिस जारी किया गया था उसमें से छह संपत्ति मालिकों ने निगम से सलाह लेकर स्ट्रक्चर कंसलटेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
दक्षिणी निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऊंची, जर्जर और खतरनाक इमारतों का सर्वे कर उन्हें चिह्न्ति किया जा रहा है। ताकि उनकी भूकंपीय स्थिरता की जांच हो सके। इसके लिए विभिन्न रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) व ग्रुप हाउसिंग सोसायटी से भी अनुरोध किया जा रहा है कि वह अपनी इमारतों की ढांचागत सुरक्षा के लिए निगम से संपर्क करें। दक्षिणी निगम ने इसके लिए सात और अतिरिक्त कंसलटेंट को अपनी सूची में जोड़ा है।
निगम की इमारतों का भी किया निरीक्षण
भवनों को भूकंप रोधी बनाने के लिए निजी इमारतों को नोटिस दिए जाने के साथ निगम अपनी इमारतों की जांच करने में लगा है। इसके लिए निगम के इंजीनियरों ने निगम के प्राथमिक विद्यालय केशवपुरम, डाबडी समुदाय भवन, जोनल कार्यालय भवन लाजपत नगर, मात्र एवं शिशु कल्याण केंद्र जंगपुरा और निगम प्राथमिक विद्यालय ओल्ड सागरपुर, निरीक्षण का कार्य किया गया। इन भवनों की ढांचागत स्थिरता की जांच के लिए यह निरीक्षण किया गया। इंजीनियर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह परिसर सुरक्षित है या नहीं।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ समय से लगातार भूकंप आ रहे हैं। ये भूकंप ज्यादा तेज नहीं आ रहे हैं लेकिन संभावित खतरे को लेकर नगर निगर ने तैयारी शुरू कर दी है।