मैक्स का सइक्लोपैथ ग्रुप भारत सरकार के फिट इंडिया प्रोग्राम को बढ़ा रहा आगे
मैक्स ने 2014 में साइक्लिंग के जुनूनी लोगों के लिए साइक्लोपैथ नाम का ग्रुप बनाया। जिसने ग्रुप साइक्लिंग को एक नया आयाम दिया। आज यह ग्रुप भारत सरकार के फिट इंडिया प्रोग्राम को भी आगे बढ़ा रहा हैं। मैक्स ने बताया कि साइकलिंग उनका जुनून है।
नई दिल्ली, रितु राणा। मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंजिल मगर लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया... यह पंक्ति शाहदरा स्थित मानसरोवर पार्क में रहने वाले मैक्स पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं। पेशे से शिक्षक मैक्स ने पांच वर्ष पहले एक छोटी सी पहल की जो वक्त के साथ बहुत बड़ी हो गई है। आधुनिकता के दौर में जहां साइकिल को निम्न वर्ग व मजदूर का वाहन माना जाता है या फिर सिर्फ खेल प्रतियोगिता में इसका प्रयोग होता है। वहीं, मैक्स ने शरीर को स्वस्थ रखने के उद्देश्य से साइकिल थामी। अब वह कहीं भी जाते हैं तो साइकिल पर ही जाते हैं और रोजाना करीब 70 किलोमीटर साइकिल राइड करते हैं।
2014 में साइक्लोपैथ ग्रुप बनाया, जिससे आज सैकड़ों लगो जुड़ चुके हैं
मैक्स ने 2014 में साइक्लिंग के जुनूनी लोगों के लिए 'साइक्लोपैथ' नाम का ग्रुप बनाया। जिसने ग्रुप साइक्लिंग को एक नया आयाम दिया। आज यह ग्रुप भारत सरकार के फिट इंडिया प्रोग्राम को भी आगे बढ़ा रहा हैं। मैक्स ने बताया कि साइकलिंग उनका जुनून है। छह वर्ष पहले जिस ग्रुप की शुरुआत उन्होंने अकेले पूर्वी दिल्ली से की थी, आज विभिन्न राज्यों से दो हजार से भी अधिक लोग उससे जुड़ चुके हैं।
ग्रुप के सदस्य प्रतिदिन 70-100 किलोमीटर और रविवार या किसी छुट्टी वाले दिन 100 से 150 किलोमीटर की साइकिल राइड करते हैं। हफ्ते में दो से तीन बार नाइट राइड पर भी जाते हैं। वर्ष 2019 में इस ग्रुप ने 100 से अधिक साइकलिंग इवेंट का आयोजन किया और कई इवेंट में भाग भी ले चुके हैं। इस ग्रुप में बच्चों से लेकर बुजुर्ग भी शामिल हैं। ग्रुप में मुख्य रूप से मैक्स के अलावा विजय शर्मा, विनय चौधरी, विपिन कौशिक, विजय रावत जैसे साइक्लिस्ट जुड़े हुए हैं।
साइक्लिंग का उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है
इस ग्रुप का उद्देश्य साइक्लिंग करना तो है ही लेकिन सबसे जरूरी लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना भी है। मैक्स ने बताया कि साइक्लिंग करने से शरीर बिल्कुल स्वस्थ रहता है। ग्रुप के सभी सदस्य बैनर, पोस्टर लेकर क्षेत्र के लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित भी करते हैं। इस ग्रुप के सभी साइक्लिस्ट पहले दफ्तर अपनी मोटरसाइकिल, कार या अन्य वाहन से जाते थे, लेकिन सभी साइकिल का प्रयोग करते हैं। ग्रुप पिछले काफी समय से मासिक 50 हजार किलोमीटर से अधिक साइक्लिंग कर रहा है। लेकिन इस वर्ष में इनका लक्ष्य 7 लाख किलोमीटर तक साइकिल राइ़ड करने का है।
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