Maulana Saad Tablighi Jamaat: विदेश भाग सकते हैं मौलाना साद, मरकज में फिर पुलिस की छापेमारी
Maulana Saad Tablighi Jamaat आशंका है कि सातों आरोपित मौका लगते ही विदेश भाग सकते हैं जिसे देखते हुए क्राइम ब्रांच ने लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया है।
नई दिल्ली (राकेश कुमार सिंह)। Maulana Saad Tablighi Jamaat: तब्लीगी मरकज के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद (Tablighi Jamaat Chief Maulana Saad) सहित सात लोगों के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया है। मरकज से संक्रमण फैलने के बाद इन सभी के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र, व महामारी अधिनियम सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके बाद से ही ये सभी फरार चल रहे हैं। ऐसे में कानूनी शिकंजा कसे जाने के बाद मौका लगते ही इन लोगों के विदेश भागने की आशंका है। पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने नोटिस जारी किए जाने की पुष्टि की है। इधर साद की तलाश में मंगलवार की शाम मरकज में भी छापा मारा गया।
बता दें कि मार्च में निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में मौलाना मुहम्मद साद ने दो दिनों के लिए धार्मिक आयोजन किया था। इसमें बड़ी संख्या में देश-विदेश से लोग शामिल हुए थे। इसके बाद हजारों लोग जहां देश के विभिन्न राज्यों में वापस लौट गए, वहीं दो हजार से अधिक लोग लॉकडाउन के बाद भी मरकज में छिपे रहे। यही नहीं जब दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कसा तो बड़ी संख्या में जमाती मरकज व राजधानी की विभिन्न मस्जिदों में भी छिप गए। इन्हें बाहर निकालने में दिल्ली पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
सभी सातों आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
इधर 28 मार्च को तब्लीगी मरकज के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद व मरकज के प्रबंधन से जुड़े छह अन्य मौलानाओं मुहम्मद अशरफ, मुफ्ती शहजाद, डॉ. जीशान, मुर्शलीन सैफी, मुहम्मद सलमान व यूनुस मुकदमा दर्ज हुआ तो ये भूमिगत हो गए। दिल्ली पुलिस लगातार इन सभी की तलाश में राजधानी सहित अन्य राज्यों में संबंधित ठिकानों पर दबिश दे रही है। लेकिन, ये पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहे हैं।
मेवात में छिपा हो सकता है तब्लीगी मरकज का मुखिया मौलाना साद
ऐसे में आशंका है कि सातों आरोपित मौका लगते ही विदेश भाग सकते हैं, जिसे देखते हुए क्राइम ब्रांच ने लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया है। लुक आउट सर्कुलर की जानकारी देश के सभी एयरपोर्ट को भेज दी गई है। पुलिस को शक है कि मौलाना साद व प्रबंधन से जुड़े अन्य छह मौलाना भी मेवात इलाके में ही छिपे हो सकते हैं, क्योंकि मेवात का इलाका साद का गढ़ माना जा रहा है।