डीडीेए की जमीन पर अवैध रूप से बनाई जा रही थी मार्केट, अधिकारियों ने रुकवाया निर्माण कार्य
अवैध कब्जे की जानकारी जब प्राधिकरण के अधिकारियों को मिली तो उन्होंने 17 अक्टूबर 2019 को स्थानीय पुलिस के माध्यम से कब्जे वाली जमीन के हिस्से को मुक्त करवा कर चारदीवारी करवा दी।
नई दिल्ली (पुष्पेंद्र कुमार)। दिल्ली विकास प्राधिकरण के भूमि प्रबंधन विभाग (लैंड मैनेजमेंट डिपार्टमेंट) अफसरों की लापरवाही की वजह से महज दो साल के अंदर मयूर विहार फेज-तीन स्थित पेपर मार्केट में दिल्ली विकास प्राधिकरण की 30 करोड़ की जमीन पर भू माफियाओं ने कब्जा कर लिया है।
जानकारी के बाद हरकत में आए अधिकारी
डीडीए के वरिष्ठ अधिकारी ने अपनी पहचान उजागर न करते हुए बताया कि पेपर मार्केट के पास प्राधिकरण की जमीन पर इन दिनों भू माफियाओं ने कब्जा कर प्लॉटिंग कर मार्केट बना ली , जिसमें से इन लोगों ने तीन प्लॉट को बेच भी दिया है। अवैध कब्जे की जानकारी जब प्राधिकरण के अधिकारियों को मिली तो उन्होंने 17 अक्टूबर 2019 को स्थानीय पुलिस के माध्यम से कब्जे वाली जमीन के हिस्से को मुक्त करवा कर चारदीवारी करवा दी। लेकिन कुछ समय बाद बिल्डरों ने कब्जे वाली जमीन पर कुछ दुकानें तैयार बना ली हैं।
अवैध कब्जे पर कार्रवाई के लिए पुलिस से मदद की गुहार
प्राधिकरण की टीम कब्जे वाली जगह पहुंची और निर्माण कार्य रोकने को कहा तो भू माफियाओं ने उनके साथ बदसलूकी कर दी। प्राधिकरण के अधिकारियों ने पत्र में पुलिस से अवैध कब्जे के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुरक्षा बल की मांग की है। लेकिन, स्थानीय पुलिस अवैध कब्जे को लेकर मूकदर्शक बनी हुई है, दिन प्रतिदिन भू माफियाओं का दायरा बढ़ता जा रहा है, दुकानें बनती जा रही हैं, प्लॉट बिकते जा रहे हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में पहले भी कई बार अवैध कब्जे पर कार्रवाई के लिए पुलिस से मदद की गुहार लगाई गई। लेकिन हर बार की तरह इस समस्या को पुलिस प्राथमिकता से नहीं ले रही है।
पुलिस पर लगे आरोप
प्राधिकरण के अधिकारियों का आरोप है कि बिल्डरों, भू माफियाओं व पुलिस में सांठगांठ होने के कारण उचित कार्रवाई नहीं हो पा रही है। पुलिस ही नहीं चाहती है कि इस मामले में कोई कार्रवाई हो। पहले इस जमीन पर प्राधिकरण ने चारदीवारी करवा रखी थी। लेकिन भू माफियाओं ने रातों रात दीवार तोड़कर दुकानों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
कोर्ट में चल रहा है केस
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी डिवीजन में करीब दस साल के अंदर इसी तरह की चार जमीन पर कब्जा हो चुका है, जिस पर प्राधिकरण की ओर से कोर्ट में केस चल रहा है। न्यू कोंडली ए ब्लॉक में करीब 10 साल से पार्क के नाम पर अवैध कब्जे का खेल चल रहा है। पहले इस जमीन पर प्राधिकरण ने चारदीवारी करवा रखी थी। 25 नवंबर 2016 को भी कार्रवाई होनी थी, लेकिन कार्रवाई करने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं करवाई गई। दिल्ली खोड़ा बॉर्डर पर डीडीए के 241 व 242 नंबर प्लॉट पर 2018 में भू माफियाओं ने कब्जा कर लिया था, जिस पर कोर्ट में केस चल रहा है।
अधिकारी ने कहा
मयूर विहार फेज-तीन स्थित पेपर मार्केट में दिल्ली विकास प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा किए जाने की मुङो जानकारी नहीं है। अगर इस प्रकार की कोई शिकायत आई है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
जसमीत सिंह, पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त