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भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने की कोशिश, अहंकार बनेगा केजरीवाल के पतन का कारण: मनोज तिवारी

भाजपा नेता ने कहा कि केजरीवाल चार महीने के मेहमान है। विवादित शब्द कहने वाले मुख्यमंत्री के चरित्र का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बंद कमरे में मुख्य सचिव के साथ कैसा बर्ताव किया होगा।

By Edited By: Published: Sun, 13 May 2018 10:13 PM (IST)Updated: Sun, 13 May 2018 10:31 PM (IST)
भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने की कोशिश, अहंकार बनेगा केजरीवाल के पतन का कारण: मनोज तिवारी
भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने की कोशिश, अहंकार बनेगा केजरीवाल के पतन का कारण: मनोज तिवारी

नई दिल्ली [जेएनएन]। बवाना में भाजपा कार्यकर्ताओं को जूते मारने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विवादित बयान पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का अहंकार करार देते हुए पद से इस्तीफा देकर चुनाव में आने की चुनौती दी है।

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मनोज तिवारी ने कहा कि भाजपा को औकात बताने वाले मुख्यमंत्री को यह याद होना चाहिए कि दिल्ली की जनता ने वर्ष 2017 में हुए निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को औकात दिखा दी थी, जिसमें 'आप' पार्टी को 67 सीट तक नहीं मिल पाईं थीं। उन्होंने कहा कि जिस तरह की भाषा का प्रयोग शनिवार को केजरीवाल ने किया उस तरह ही भाषा एक चुने हुए प्रतिनिधि को शोभा नहीं देती।

दिल्ली देहात के लोग दुखी

तिवारी ने कहा कि दिल्ली देहात के लोग केजरीवाल सरकार द्वारा प्रस्तावित मेट्रो विस्तार की मांग को अस्वीकृत करने से दुखी हैं। जिसको लेकर भाजपा कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन सार्वजनिक मंच से केजरीवाल द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को जूते मारने की बात कहना शर्मसार करता है।

केजरीवाल चार महीने के मेहमान

भाजपा नेता ने कहा कि केजरीवाल चार महीने के मेहमान है, इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं को उनके बयान से हिंसक होने की जरूरत नहीं है। केजरीवाल कुछ दिनों तक सत्ता में रहकर मेट्रों का विस्तार दिल्ली देहात के लिए रोक सकते हैं। भाजपा के सत्ता में आने के बाद इस विस्तार को तुरंत मंजूरी दे देगी। तिवारी ने कहा कि 'आप' और केजरीवाल आज मर्यादाहीन राजनीति का प्रतिबिंब बन गए हैं, लेकिन कानून से बचने के लिए वह बड़े नेताओं से मांफी मांगते रहते है।

मुख्य सचिव के साथ कैसा बर्ताव किया होगा

मनोज तिवारी ने कहा कि सार्वजनिक मंच से विवादित शब्द कहने वाले मुख्यमंत्री के चरित्र का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बंद कमरे में मुख्य सचिव के साथ कैसा बर्ताव किया होगा। वह इस तरह की बयानबाजी अपने करीबी रिश्तेदार के भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने की कोशिश में कर रहे हैं, लेकिन भाजपा ऐसा होने नहीं देगी।

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