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दिल्ली में आढ़ती को गोली मारकर तीन लाख 90 हजार रुपये लूटने वाला गिरफ्तार

उत्तर पश्चिम जिले की डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि छह अप्रैल की दोपहर आदर्श नगर में बैंक में रुपये जमा कराने गए आजादपुर मंडी के आढ़ती कृष्ण कुमार को गोली मार नकदी लूट ली गई थी। वारदात में शामिल तीनों बदमाश मोटरसाइकिल से जहांगीरपुरी की तरफ भागे थे।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 08:15 PM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 08:15 PM (IST)
दिल्ली में आढ़ती को गोली मारकर तीन लाख 90 हजार रुपये लूटने वाला गिरफ्तार
स्पेशल स्टाफ ने एक आरोपित को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के आदर्श नगर में आढ़ती को गोली मारकर तीन लाख 90 हजार लूटने वाले तीनों बदमाश उत्तर प्रदेश के गोंडा से आए थे। इनमें एक बदमाश सुरेंद्र वर्मा उर्फ मुन्ना को उत्तर पश्चिम जिला स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार कर लिया है। वह गोंडा के माेतीगंज थाने का घोषित बदमाश है। पुलिस ने उसके कब्जे से लूट की रकम से खरीदा गया मोबाइल फोन, बीस हजार रुपये व वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद किया है। वारदात के बाद उसके दूसरे साथी ने दो लाख बैंक में जमा करा दिए थे। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।

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उत्तर पश्चिम जिले की डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि छह अप्रैल की दोपहर आदर्श नगर में बैंक में रुपये जमा कराने गए आजादपुर मंडी के आढ़ती कृष्ण कुमार को गोली मार नकदी लूट ली गई थी। वारदात में शामिल तीनों बदमाश मोटरसाइकिल से जहांगीरपुरी की तरफ भागे थे।

ऐसे में स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर अमित कुमार के नेतृत्व में एसआइ कुलदीप, हिमांशु व आदर्श नगर थाने की पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो मोटरसाइकिल का नंबर हाथ लगा। जिससे पता चला कि उक्त मोटर साइकिल को किराड़ी के एक मिस्त्री से खरीद गया था। जिसके आधार वारदात के समय वाहन चला रहे मोतीगंज के भटनिया गांव के बदमाश सुरेंद्र के बारे में पता चला और पुलिस टीम ने उसे घोंडा स्थित ससुराल से दबोच लिया। उसने पूछताछ में बताया कि वारदात में उसके साथ घोंडा के कुख्यात बदमाश जितेंद्र मोर्या व अभिषेक राणा शामिल था। कारोबारी को गोली जितेंद्र ने ही मारी थी। उस पर उत्तर प्रदेश में हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं। पुलिस फरार दोनों बदमाश की तलाश कर रही है।

वारदात के बाद ओला कैब से गए थे लखनऊ

वारदात के बाद तीनों बदमाश शाहबाद डेरी आ गए थे, जहां पिछले एक माह से रह रहे थे। इसके बाद तीनों ने ओला कैब बुक लखनऊ चले गए थे। जहां से लूटी गई रकम आपस में बांटकर अलग अलग हो गए थे। बंटवारे में सुरेंद्र की तीस हजार मिले थे। जबकि अधिकतर रकम जितेंद्र ने रख लिए थे।


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