पीएम-जय से अगले चरण में जुड़ेंगे निम्न मध्यमवर्गीय परिवार, हो रहा है योजना की विस्तार
पीएम-जय योजना का लाभ लेने वालों का दायरा बढ़ रहा है। अगले चरण में पीएम-जय योजना का और विस्तार किया जाएगा और निम्न मध्यवर्गीय परिवारों को जोड़ा जाएगा।
नई दिल्ली (राज्य ब्यूरो)। गरीबों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना (पीएम-जय) से देश भर में अब तक 47,000 मरीजों का इलाज हो चुका है। यह योजना सिर्फ बीपीएल श्रेणी के लोगों तक सीमित नहीं रहेगी। बल्कि आने वाले दिनों में निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों को भी पीएम-जय का लाभ मिलेगा। यह बातें नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहीं।
35,000 अस्पतालों ने किया आवेदन
डॉ. वीके पॉल शनिवार देर शाम गंगाराम इंस्टीट्यूट फॉर पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (ग्रिपमर) द्वारा आयोजित पांचवें व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सहित तीन राज्यों को छोड़कर सभी राज्य पीएम-जय योजना को अपना चुके हैं। इस योजना के तहत मरीजों के इलाज के लिए तय शुल्क (पैकेज) में राज्य सरकारें चाहें तो 10 फीसद वृद्धि कर सकती हैं या कम भी कर सकती हैं। इसी तरह अस्पतालों की गुणवत्ता व क्षमता के अनुरूप कई ऐसे प्रावधान किए गए हैं, जिससे अस्पतालों को मरीजों के इलाज का वाजिब शुल्क मिल सकेगा। इस योजना से जुड़ने के लिए देश भर के 35,000 अस्पतालों ने आवेदन किया है।
पीएम-जय योजना का किया जाएगा विस्तार
मरीज इलाज के लिए अपनी इच्छा से सरकारी या निजी अस्पताल का चयन कर सकते हैं। पहले चरण में गरीब लोगों को जोड़ा गया है। सरकार अब तक मरीजों के इलाज के लिए 72 करोड़ की राशि भुगतान की स्वीकृति दे चुकी है। इस तरह योजना का लाभ लेने वालों का दायरा बढ़ रहा है। अगले चरण में पीएम-जय योजना का और विस्तार किया जाएगा और निम्न मध्यवर्गीय परिवारों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) को बेहतर बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके मद्देनजर वर्ष 2022 तक देश भर में डेढ़ लाख हेल्थ व वेलनेस सेंटर शुरू कर दिए जाएंगे। इसमें से 15,000 वेलनेंस सेंटर मौजूदा वित्त वर्ष में शुरू हो जाएंगे।
इस व्याख्यान के दौरान ग्रिपमर के कंसल्टेंट व गंगाराम अस्पताल के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी व लिवर प्रत्यारोपण विभाग के एमेरिटस कंसल्टेंट प्रोफेसर डॉ. एस नंदी को वर्ष 2017 के वरिष्ठ शिक्षक का पुरस्कार दिया गया। इस दौरान अस्पताल के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष डॉ. डीएस राणा व ग्रिपमर की डीन प्रोफेसर कुसुम वर्मा मौजूद थीं।