Move to Jagran APP

Delhi: शेर लगा रहे तालाब में डुबकी, भालू खा रहे आइसक्रीम; नौतपा में इंसानों के साथ-साथ जानवर भी परेशान

राजधानी दिल्ली में बढ़ते तापमान से इंसानों के साथ-साथ जानवर भी परेशान हैं। ऐसे में राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) ने जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। यहां जानवरों की दिनचर्या के साथ-साथ उनके खाने-पीने में भी बदलाव किया गया है।

By Ritika MishraEdited By: Abhi MalviyaPublished: Thu, 25 May 2023 08:39 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2023 08:40 PM (IST)
Delhi: शेर लगा रहे तालाब में डुबकी, भालू खा रहे आइसक्रीम; नौतपा में इंसानों के साथ-साथ जानवर भी परेशान
मांसाहारी जानवरों को आइस चिकन लालीपाप बनाकर दी जा रही है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली में बढ़ते तापमान से इंसानों के साथ-साथ जानवर भी परेशान हैं। ऐसे में राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) ने जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। यहां जानवरों की दिनचर्या के साथ-साथ उनके खाने-पीने में भी बदलाव किया गया है।

loksabha election banner

चिड़ियाघर की निदेशक आकांक्षा महाजन ने बताया कि जानवरों को पानी की कमी न हो और शरीर में ठंडक बनी रहे इसके लिए उन्हें रसदार फल और पीने के पानी में ग्लूकोज घोलकर दिया जा रहा है। शाकाहारी जानवरों को चारे के साथ-साथ फल भी दिए जा रहे हैं।

भालू को ताजा फलों के रस की आइसक्रीम दी जा रही है। मांसाहारी जानवरों को आइस चिकन लॉलीपॉप बनाकर दी जा रही है। इसको बनाने के लिए पहले चिकन को बर्फ में जमाया जाता है और फिर जानवरों को दिया जाता है।

आकांक्षा महाजन ने बताया कि जयपुर से 12 मई को एक नर और एक मादा चिंकारा, एक नर और एक मादा सीका हिरण लाए गए हैं। वहीं, बीते सप्ताह रोहतक से एक नर और दो मादा मगरमच्छ लाए गए हैं।

गर्मी से राहत दे रहे फव्वारे और कूलर

अन्य जानवरों के बाड़ों की तरह शेर और बाघ के बाड़े में भी फव्वारे लगे हैं। ताकि गर्मी में जमीन में पानी गिरने से नमी बनी रहे। बड़े जानवरों के बाड़े में अब अतिरिक्त तालाब भी बनाए जा रहे हैं। जहां पर शेर-बाघ कई बार गर्मी से बचने के लिए तालाब में डूबकी लगाते हैं। इसके साथ ही छोटे-बड़े जानवरों के बाड़ों में कूलर भी लगाया गया है।

दिन में तीन बार नहा रहे हाथी

सभी जानवरों को सुबह का खाना देने के बाद नहलाया जाता है। इन्हें बिना खिलाए-पिलाए धूप में नहीं जाने दिया जा रहा है। चूंकि इससे उन्हें डिहाइड्रेशन हो सकता है। हाथियों को अभी दिन में तीन बार नहलाया जा रहा है। इसके साथ ही वो बीच-बीच में अपने बड़े से तालाब में डूबकी भी लगा लेते हैं। जब डूबकी नहीं लगाते तो मिट्टी को खुद के शरीर पर फेंक कर गर्मी से खुद को बचाते हैं।

रिपोर्ट इनपुट- रीतिका


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.