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लाइफस्टाइल: खूबसूरती पाने का नया जरिया बना पीआरपी, बाल झड़ने से रोकने में भी सहायक

चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने व बालों की समस्याओं से निजात पाने के लिए लोग आजकल प्लेटलेट रिच प्लाज्मा (पीआरपी) ट्रीटमेंट में रुचि दिखा रहे हैं।

By Edited By: Published: Wed, 03 Jul 2019 06:31 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2019 03:27 PM (IST)
लाइफस्टाइल: खूबसूरती पाने का नया जरिया बना पीआरपी, बाल झड़ने से रोकने में भी सहायक
लाइफस्टाइल: खूबसूरती पाने का नया जरिया बना पीआरपी, बाल झड़ने से रोकने में भी सहायक

गुरुग्राम [प्रियंका दुबे मेहता]। लोग खूबसूरती पाने के लिए प्राकृतिक उपायों से लेकर सर्जरी तक का सहारा लेते हैं। चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने व बालों की समस्याओं से निजात पाने के लिए लोग आजकल प्लेटलेट रिच प्लाज्मा (पीआरपी) ट्रीटमेंट में रुचि दिखा रहे हैं।

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इसका कारण यह है कि विशेषज्ञ इसे एक सुरक्षित और प्राकृतिक तरीका बता रहे हैं। त्वचा विशेषज्ञ इस प्रक्रिया को बाल झड़ने से रोकने का सबसे कारगर तरीका बता रहे हैं। तनाव व अवसाद के कारण हर तीसरे व्यक्ति को हेयरफॉल जैसी समस्या आ रही है ऐसे में लोग इसके निदान के लिए पीआरपी अपना रहे हैं।

क्या है पीआरपी?
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. निवेदिता दादू के मुताबिक बालों को झड़ने से रोकने के लिए इस उपचार को पीआरपी (प्लेटलेट रिच प्लाज्मा) का नाम दिया गया है। इसमें क्लाइंट के शरीर के किसी एक हिस्से से ब्लड लेकर उसे शुद्ध किया जाता है। फिर प्लेटलेट रिच ब्लड को एक इंजेक्शन के माध्यम से सिर के समस्या वाले स्थान पर पहुचाया जाता है। इससे बाल झड़ने की समस्या के निदान के साथ-साथ बालों की खूबसूरती भी बढ़ती है। डॉ. नताशा का कहना है कि चेहरे पर इसका उपयोग डर्मारोलर थेरेपी के साथ भी दिया जाता है।

प्राकृतिक है तरीका
हेयर एक्सपर्ट डॉ. अनुपम का कहना है कि बालों के झड़ने के लिए यह एक बहुत ही सफल उपचार साबित होता है। इसका कारण है कि इसमें व्यक्ति के शरीर से ही वृद्धि कारकों यानी ग्रोथ फैक्टर्स को निकाल कर एक से दूसरे हिस्से में डाला जाता है। इसे सुरक्षित इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि इसमें कृत्रिम कोशिका का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

पीआरपी बालों के झड़ने को रोकने में बहुत ही फलदायक उपचार साबित होता है क्योंकि यह प्राकृतिक बालों के विकास को ट्रिगर करता है और बालों के साफ्ट की मोटाई को बढ़ाता है। कभी-कभी बेहतर परिणाम के लिए पीआरपी थेरेपी को अन्य प्रक्रियाओं और दवाओं के साथ जोड़ा जाता है। यह समस्या पर गंभीरता के आधार पर होता है।

हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अरविंद पोसवाल के अनुसार, यह प्रक्रिया अपने आप में पूरी नहीं है। इससे एक बार में बालों का झड़ना रोका नहीं जा सकता। इसके लिए कई सिटिंग्स की जरूरत पड़ती है। बालों की समस्या को दूर करने के लिए यह प्रक्रिया प्रभावी है लेकिन हेयरफॉल को पूरी तरह रोकने के लिए केवल इसपर निर्भर नहीं रहा जा सकता है।

डर्मासाइंस डॉ. नताशा विजयेंद्रन अग्रवाल का कहना है कि पीआरपी को इन दिनों चेहरे के ग्लो और बालों को स्वस्थ रखने के लिए काफी पसंद किया जा रहा है। यह हेयर ट्रांसप्लांट के बाद बहुत उपयोग में लाया जाता है ताकि बालों को सही ग्रोथ मिल सके। हालांकि बालों के लिए अकेले यह प्रक्रिया पर्याप्त नहीं है, इसके साथ ध्यान रखना होता है कि शरीर में विटामिन की कमी न हो, संतुलित आहार व कुछ सप्लीमेंट्स भी लेने पड़ सकते हैं लेकिन चेहरे की आभा पाने के लिए यह बेहद प्रभावी प्रक्रिया है।

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