लाखों महिलाओं का सफर होगा सुरक्षित, बस यात्रा से पहले एक क्यूआर कोड कर लें स्कैन
ऑटो व टैक्सी में लगे क्यूआर कोड को दिल्ली पुलिस के हिम्मत प्लस एप द्वारा स्कैन करते ही उसमें ना केवल ऑटो-टैक्सी चालक के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। रेलवे स्टेशनों से चलने वाले ऑटो में अब महिलाएं सुरक्षित सफर कर सकेंगी। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने रेलवे स्टेशन से चलने वाले ऑटो और टैक्सी में क्यूआर कोड लगाने की मुहिम शुरू की है। इसका शुभारंभ उपराज्यपाल अनिल बैजल ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को किया। इस दौरान उन्होंने ऑटो-टैक्सी चालकों को क्यूआर कोड भी वितरित किए। इस क्यूआर कोड के माध्यम से यात्रा पूरी होने तक महिलाएं दिल्ली पुलिस के संपर्क में रहेंगी।
गलत व्यवहार पर तुरंत अलर्ट होगी पुलिस
इस दौरान किसी भी तरह की अनहोनी अथवा गलत व्यवहार होने की स्थित में उन्हें तुरंत पुलिस की मदद मिल सकेगी। ऑटो व टैक्सी में लगे क्यूआर कोड को दिल्ली पुलिस के हिम्मत प्लस एप द्वारा स्कैन करते ही उसमें ना केवल ऑटो-टैक्सी चालक के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। बल्कि सही चालक गाड़ी चला रहा है अथवा नहीं इसका भी पता चल जाएगा। यात्रा के दौरान महिलाओं को दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूम से अलर्ट भी मिलता रहेगा।
राज्यपाल ने किया क्यूआर कोड का शुभारंभ
क्यूआर कोड के शुभारंभ पर उपराज्यपाल ने कहा कि रेलवे, मेट्रो व यातायात के अन्य साधनों से यात्रा करने वाली महिलाओं की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है। उनकी यात्रा सुरक्षित रहे इसके लिए दिल्ली पुलिस ने क्यूआर कोड के जरिये महिलाओं को विशेष सुविधा प्रदान की है। फिलहाल हिम्मत प्लस एप का प्रयोग करने वाली महिलाओं और युवतियों की संख्या संतोषजनक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ज्यादा से ज्यादा ऑटो-टैक्सी चालकों का डेटा लेकर उन्हें क्यूआर कोड दिए जाएं।
महिला सुरक्षा दिल्ली पुलिस की पहली प्राथमिकता
समारोह में दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने कहा कि महिला सुरक्षा दिल्ली पुलिस की पहली प्राथमिकता है। इसके मद्देनजर वह तमाम प्रयास किए जा रहे हैं जिससे महिलाएं राजधानी में खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। उन्होंने उम्मीद जताई कि क्यूआर कोड सिस्टम लागू होने से हिम्मत प्लस एप के इस्तेमाल को और बढ़ावा मिलेगा।
लाखों महिलाओं का सफर होगा सुरक्षित
स्पेशल कमिश्नर प्रवीर रंजन ने बताया कि वर्तमान में दिल्ली में मेट्रो से रोजाना करीब 30 लाख, रेलवे स्टेशन से 13 लाख और एयरपोर्ट से डेढ़ लाख लोग सफर करते हैं। इनमें महिला यात्रियों की संख्या भी काफी होती है। वे मेट्रो स्टेशन, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन आने-जाने के लिए सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करती हैं। ज्यादातर ऑटो-टैक्सी से सफर करती हैं। इस स्थिति में उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए परिवहन के इन साधनों को हिम्मत प्लस एप के क्यूआर कोड सिस्टम से जोड़ने की शुरुआत की गई है।
एप हुआ अपग्रेड
इसके लिए एप को अपग्रेड भी किया गया है और अब इसका प्रयोग करने वालों की संख्या बढ़कर 98,876 हो चुकी है। रेलवे के पुलिस उपायुक्त दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि फिलहाल रेलवे स्टेशन से चलने वाले करीब 3,300 ऑटो पर क्यूआर कोड लगाए जा रहे हैं। जल्द ही इनकी तादाद बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे। इसके अलावा 3 हजार टैक्सियों पर भी क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। ऑटो-टैक्सी में ड्राइविंग सीट के पीछे ये क्यूआर कोड लगे होंगे। उन्हें महिला यात्री स्कैन करके अपनी यात्रा को सुरक्षित बना सकेंगी।
इस मौके पर स्पेशल कमिश्नर नुजहत हसन, ज्वाइंट कमिश्नर अतुल कटियार, डीसीपी एयरपोर्ट संजय भाटिया, डीसीपी मेट्रो विक्रम पोरवाल सहित डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह व नॉर्दर्न रेलवे के डीआरएम एस.सी. जैन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।