'डेंगू व स्वाइन फ्लू के लिए तैयार रहें अस्पताल, दवाओं व बेड की न हो कमी'
एलजी ने डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया की रोकथाम के लिए जल्द जागरूकता अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। बैजल ने कहा कि अस्पतालों में दवाएं व बेड की कमी नहीं होनी चाहिए।
नई दिल्ली [जेएनएन]। राजधानी में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया व स्वाइन फ्लू के फैल रहे संक्रमण के बीच उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शुक्रवार को एक समीक्षा बैठक की। इसमें दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव, तीनों नगर निगमों व नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के अधिकारी शामिल हुए।
अस्पतालों में इलाज का पूरा प्रबंध रखें
एलजी ने डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया जैसी मच्छर व जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों व अस्पतालों में बीमारियों के इलाज के प्रबंध की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने तीनों नगर निगमों व एनडीएमसी को मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाने का निर्देश दिया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि अस्पतालों में इलाज का पूरा प्रबंध रखें। बैजल ने कहा कि अस्पतालों में डायग्नोस्टिक किट, दवाएं व बेड की कमी नहीं होनी चाहिए।
मच्छर जनित बीमारियां का प्रकोप शुरू
उल्लेखनीय है कि मच्छर जनित बीमारियां का प्रकोप शुरू हो गया है। डेंगू के मामले अक्सर बरसात में सामने आते हैं। पर दिल्ली में अभी से डेंगू के मामले सामने आने लगे हैं और अब तक 12 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के भी मामले आ रहे हैं। यह बीमारी एच1एन1 वायरस के संक्रमण से होती है। दिल्ली में इस साल अब तक स्वाइन फ्लू से 31 लोग पीड़ित हो चुके हैं। पिछले सप्ताह यहां स्वाइन फ्लू के पांच मामले सामने आए थे।
जल्द शुरू करें जागरूकता कार्यक्रम
उपराज्यपाल ने डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया की रोकथाम के लिए जल्द जागरूकता अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि बीमारियों की रोकथाम के लिए समुदाय की जागरूकता और भागीदारी जरूरी है। इस बाबत स्कूली बच्चों को भी जागरूक करना चाहिए। स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी होने से पहले जागरूकता अभियान शुरू करना जरूरी है।
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