यूपी में अजब मामला : पुलिस से बोले बुजुर्ग- 'गांव ले जा रहा हूं गाय, मुझे सुरक्षा दो साहब'
थाना प्रभारी संजय पांडे ने उन्हें समझाया कि वह इस बात का प्रमाण-पत्र जारी नहीं कर सकते। मगर वह गाय ले जा सकते हैं।
गाजियाबाद, जेएनएन। मॉब लिंचिंग (भीड़ प्रायोजित हिंसा) की घटनाओं को लेकर आम आदमी में भी काफी सहमे हुए हैं। सोमवार को सिहानी गेट थाने पहुंचे एक बुजुर्ग ने प्रार्थना पत्र दिया कि साहब मेरे पास दो गाय हैं, जिन्हें मैं बुलंदशहर में अपने गांव ले जाना चाहता हूं। थाना प्रभारी ने पूछा कि बताइए क्या मदद कर सकता हूं तो बोले कि साहब इस पर मुहर लगा दीजिए कि ये मेरी गाय हैं और मैं इन्हें कटान के लिए नहीं ले जा रहा हूं। थाना प्रभारी संजय पांडेय ने उन्हें समझाया कि वह इस बात का प्रमाण-पत्र जारी नहीं कर सकते, मगर वह गाय ले जा सकते हैं।
मूलरूप से बुलंदशहर के मॉकड़ी गांव के रहने वाले ओम प्रकाश शर्मा बीएसएनएल से रिटायर्ड हैं और घूकना में परिवार के साथ रहते हैं। 65 वर्षीय ओम प्रकाश ने बताया कि उनके पास घूकना में दो गाय हैं। अब उन्हें घर में कुछ काम कराना है।
इस संबंध में परिजनों से बातचीत के बाद वह इन्हें गांव भेजना चाहते हैं, मगर हाल में बुलंदशहर में हुए बवाल और इससे पहले देश में हुई मॉब लिंचिग की घटनाओं के कारण वह डरे हुए हैं। इसी कारण वह पुलिस के पास पहुंचे। यदि रास्ते में उन्हें कोई मिलता तो पुलिस की मोहर लगा पत्र दिखा देते।
पुलिस से मदद नहीं मिलने पर ओम प्रकाश ने कहा कि वह इस बारे में पुलिस उच्चाधिकारियों से मिलेंगे। इंस्पेक्टर संजय पांडेय का कहना है कि गाय बुजुर्ग की ही हैं या नहीं, इस संबंध में वेरिफिकेशन का कोई प्रावधान नहीं है, इसीलिए प्रार्थी को समझा-बुझाकर भेज दिया गया है।