Move to Jagran APP

जनवरी के आखिरी सप्ताह में छात्रों को बताया जा सकता है टर्म 1 की बोर्ड परीक्षाओं में उनका प्रदर्शन

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं की टर्म -1 की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम का छात्रों को बेसब्री से इंतजार है। छात्रों के परिणाम को लेकर सीबीएसई के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि अभी छात्रों के किए गए प्रदर्शन की समीक्षा की जा रही है।

By Ritika MishraEdited By: Prateek KumarPublished: Sat, 22 Jan 2022 07:50 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 07:50 PM (IST)
जनवरी के आखिरी सप्ताह में छात्रों को बताया जा सकता है टर्म 1 की बोर्ड परीक्षाओं में उनका प्रदर्शन
जनवरी के आखिरी सप्ताह में छात्रों को बताया जा सकता है उनका प्रदर्शन।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं की टर्म -1 की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम का छात्रों को बेसब्री से इंतजार है। छात्रों के परिणाम को लेकर सीबीएसई के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि अभी छात्रों के किए गए प्रदर्शन की समीक्षा की जा रही है। इसके बाद जनवरी के आखिरी सप्ताह में छात्रों को उनके द्वारा टर्म 1 की परीक्षा में हल किए उत्तरों के आधार पर उनका प्रदर्शन बताया जाएगा। इस परीक्षा का अलग से कोई परिणाम नहीं जारी किया जाएगा। 

loksabha election banner

वहीं, बोर्ड द्वारा परीक्षा केंद्रों पर टर्म- 2 की परीक्षा होने के बाद छात्रों की दोनों टर्म परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर परिणाम जारी किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सीबीएसई से सत्र 2021-22 के लिए बोर्ड परीक्षा को दो टर्म में बांटा है। इसमें टर्म-1 की परीक्षा नवंबर-दिसंबर 2021 में आयोजित की गई थी। जो कि बहुविकल्पीय थी।

वहीं, टर्म-2 की परीक्षा मार्च- अप्रैल 2022 में आयोजित की जाएगी। ये परीक्षा वर्णनात्मक होगी। जिसमें छात्रों से लघु और दीर्घ उत्तरीय सवाल पूछे जाएंगे। टर्म- 2 की परीक्षा की तैयारी को लेकर सीबीएसई ने सैंपल पेपर भी जारी कर दिए हैं।

टर्म दो में सिर्फ 50 फीसदी आएगा सिलेबस

बोर्ड की ओर से आयोजित होने वाली परीक्षा में छात्रों से सिर्फ 50 फीसदी सिलेबस से ही प्रश्नों को पूछा जाएगा। क्योंकि, 50 फीसदी सिलेबस के लिए नवंबर-दिसंबर में पहले टर्म की परीक्षा में सवाल पूछे गए थे। जानकारी है कि इन परीक्षाओं को लेकर जल्द ही बोर्ड की ओर से नतीजों की घोषणा की जाएगी। गौरतलब है कि बोर्ड ने इस बार परीक्षा के प्रारुप में बदलाव करते हुए दो टर्म की परीक्षा का प्रस्ताव रखा था। इसके तहत पहले टर्म की परीक्षा के लिए छात्रों को 50 फीसदी सिलेबस के प्रश्नों का जवाब ओएमआर शीट पर देना था। इस बार जहां कुछ प्रश्नों का स्तर छात्रों ने बहुत कठिन बताया था वहीं, अंग्रेजी के पेपर में पूछे गए विवादस्पद सवालों को लेकर भी बोर्ड की किरकरी हुई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.