Delhi: 25 मार्च को लाखों लोग अपने घरों और दफ्तरों के बिजली उपरकरण रखेंगे बंद, धरा बचाने का देंगे संदेश
पृथ्वी को बचाने का संदेश देने के लिए प्रत्येक वर्ष मार्च के अंतिम शनिवार को अर्थ आवर मनाया जाता है। लोग रात साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे तक अपने घरों और कार्य स्थलों की लाइटें और अन्य बिजली उपकरण बंद रखते हैं।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। पृथ्वी को बचाने का संदेश देने के लिए प्रत्येक वर्ष मार्च के अंतिम शनिवार को अर्थ आवर मनाया जाता है। लोग रात साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे तक अपने घरों और कार्य स्थलों की लाइटें और अन्य बिजली उपकरण बंद रखते हैं। पिछले वर्ष दिल्लीवासियों ने 171 मेगावाट बिजली बचाई थी। इस वर्ष 25 मार्च को अर्थ आवर मनाया जा रहा है। इसे सफल बनाने के लिए बिजली वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) जागरूकता अभियान चला रही हैं।
बिजली वितरण कंपनियों ने की अपील
दिल्ली में बिजली वितरण करने वाली कंपनियां बांबे सब अर्बन इलेक्ट्रिक सप्लाई (बीएसईएस) और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) उपभोक्ताओं से अर्थ आवर को सफल बनाने की अपील कर रही हैं। इससे संबंधित एसएमएस और ईमेल भेजकर और इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट शेयर करके लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
17 वर्ष पहले हुए थी शुरुआत
डिस्काम अधिकारियों ने बताया कि जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते वर्ल्ड वाइड फंड फार नेचर द्वारा 17 वर्ष पहले अर्थ आवर की शुरुआत की गई थी। 190 देशों के लोग इसमें शामिल होते हैं। लोग एक घंटे तक अपने घरों व कार्य स्थलों की गैरजरूरी लाइटें व बिजली से चलने वाले उपकरण बंद रखते हैं। इसके माध्यम से लोगों को बिजली बचत से पर्यावरण संरक्षण करने का संदेश दिया जाता है। बीएसईएस के अधिकारियों ने कहा कि उनके चार सौ से अधिक कार्यालयों में अर्थ आवर के दौरान गैर जरूरी लाइटें बंद रखी जाएगी।
पिछले वर्षों में अर्थ आवर के दौरान बचाई गई बिजलीः-
वर्ष – बचाई गई बिजली (मेगावाट)
2022 -171
2021 -334
2020 -79
2019 -279
2018 -305
2017 -290
2016 -230
2015 -200
2014 -250
2013 -250