Smriti Irani: जानिए- 'चक चिल्ला टापू' के बारे में, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी किया इसका जिक्र
Smriti Irani चक चिल्ला गांव देश की राजधानी दिल्ली का हिस्सा होकर भी शहर से पूरी तरह से कटा हुआ है। यहां लोग पानी से लेकर दवा तक लाने के लिए नाव का ही सहारा लेते हैं।
नई दिल्ली [सुधीर कुमार]। Smriti Irani: देश की राजधानी दिल्ली का चक चिल्ला टापू गांव भी शनिवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की वर्चुअल रैली का हिस्सा बना। पहली बार ऐसा हुआ जब यह गांव राजनीतिक क्रियाकलापों का महत्वपूर्ण हिस्सा बना। इस गांव का जिक्र स्मृति ईरानी ने अपने भाषण में भी किया और इस दौरान यहां पर सुविधाएं मुहैया कराने का वादा किया। इस दौदान गांव में भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन और भाजपा गुड गवर्नेंस सेल के नेता वीरेंद्र सचदेवा भी मौजूद रहे।
बिजली-पानी तक की व्यवस्था नहीं है गांव में
गौरतलब है कि चक चिल्ला गांव देश की राजधानी दिल्ली का हिस्सा होकर भी शहर से पूरी तरह से कटा हुआ है। यहां लोग पानी से लेकर दवा तक लाने के लिए नाव का ही सहारा लेते हैं। गांव के लोग मछली मारने और पटेरा घास काटने का काम करते हैं। इस गांव में बिजली से लेकर पानी तक की कोई व्यवस्था नहीं है। यह जानकार किसी को भी हैरानी होगी, लेकिन यह सच है, जो लोगों को हैरान भी करता है।
उज्जवला योजना का सिलेंडर अब जाकर पहुंचा गांव में
उज्जवला योजना के तहत यहां के लोगों को गैस सिलेंडर तक नहीं मिला था। पिछले दिनों समाजसेवी हैप्पी लूथरा ने यहां के लोगों को गैस सिलेंडर पहुंचाया। यह इलाका पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र के तहत आता है। लेकिन अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी।
लॉकडाउन के दौरान गौतम गंभीर बने ग्रामीणों के मसीहा
भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा बताते हैं कि उन्हें भी इस लॉकडाउन में चिल्ला गांव निवासी सोनू पंडित के माध्यम से इसकी जानकारी मिली, जिससे उन्होंने 26 मार्च से ही यहां रोजाना दिन का भोजन पहुंचाना शुरू किया। इसके बाद सेवा भारती से लेकर कई अन्य संस्थाओं और सांसद गौतम गंभीर की टीम भी यहां लोगों की मदद करने पहुंची।
वर्चुअल रैली के लिए गांव में पहुंचा स्मार्ट एलईडी
गौरतलब है कि शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की वर्चुअल रैली थी। इसके लिए भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा, बिजेंद्र धामा और राजीव कोहली ने स्मार्ट टीवी, बैट्री की व्यवस्था की और मोबाइल से नेटवर्क जोड़कर लाइव वर्चुअल रैली दिखाने की व्यवस्था की। ऐसा पहली बार गांव में हो रहा था जिससे सब उत्साहित थे।
नहीं आता यहां पर कोई बड़ा नेता
इससे पहले चुनाव के दौरान भी कोई नेता यहां नहीं आया था। नेताओं के समर्थक जरूर वोटों की व्यवस्था करने यहां पहुंचते रहे हैं। यहां पहुंचने के लिए मयूर विहार से डीएनडी जाने के रास्ते में काफी दूर पैदल जाकर यमुना किनारे पहुंचना पड़ता है, फिर यहां से नाव से चक चिल्ला गांव पहुंचते हैं।
नाव से स्कूल जाते हैं छात्र-छात्राएं
हैरानी की बात तो यह भी है कि यहां के बच्चे भी नाव से ही स्कूल कॉलेज जाते हैं। पानी लेने के लिए नाव से ओखला जाते हैं और वहीं अपना मोबाइल चार्ज करते हैं। रात को रोशनी के लिए सोलर लैंप जलाते हैं।
स्मृति ईरानी की वर्चुअल रैली ने जगाई ग्रामीणों की उम्मीद
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की वर्चुअल रैली के दौरान यहां पहुंचे सिद्धार्थन ने कहा कि यहां के निवासियों को मोदी सरकार द्वारा दी गई सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी और पानी सहित अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए कार्य किया जाएगा।
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