जानिए- संबोधन के दौरान क्यों रो पड़े जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी
Delhi Lockdown 4.0 Eid Mubarak 2020 जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी अपना संबोधन खत्म कर वहीं बैठ गए और अपने आंसू पोंछते नजर आए।
नई दिल्ली [संजय]। Delhi Lockdown 4.0 Eid Mubarak 2020: लॉकडाउन-4 का असर शुक्रवार को जुमे की नमाज पर भी दिखा। दिल्ली की जामा मस्जिद में भी कम लोग जुमे की नमाज के लिए पहुंचे। इस दौरान अजब नजारा देखने को मिला। जामा मस्जिद में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पहली बार इस कदर सन्नाटा देखकर जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी (Ahmed Bukhari is the 13th Shahi Imam of the Jama Masjid, Delhi) रो पड़े।
शुक्रवार को जब वह अपना संबोधन कर रहे थे, तो उनके सामने जामा मस्जिद प्रबंधन कमेटी से जुड़े कुछ लोग ही वहां पर मौजूद थे। वहीं, अपने संबोधन के दौरान अहमद बुखारी जैसे ही भावुक हुए और रो पड़े तो वहां का माहौल बेहद गमगीन हो गया। वहां मौजूद अन्य लोग भी गमगीन और भावुक हो गए। इसके बाद अपना संबोधन खत्म कर वहीं बैठ गए और अपने आंसू पोंछते नजर आए।
कभी यहां उमड़ती थी सैकड़ों-हजारों की भीड़
जामा मस्जिद की नमाज का खास मायने होता है। यहां पर हर साल ईद से पहले नमाज के दौरान सैकड़ों-हजारों की संख्या में यहां पर नमाज अदा करने के लिए आते थे। इस दौरान अहमद बुखारी का शानदार संबोधन होता था।
वहीं, देर शाम जामा मस्जिद के शाही इमाम ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग जामा मस्जिद में नमाज अदा करना चाहते थे, लेकिन उनसे कहा गया कि वह घर पर नमाज अदा करें और उन्होंने ऐसा ही किया। शुक्रवार को जुमे की नमाज पर जामा मस्जिद के स्टाफ और कुछ ही सदस्यों ने नमाज अदा की। इस दौरान फीजिकल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन किया गया।
घरों में अदा की गई अलविदा जुमे की नमाज
अलविदा जुमे की नमाज शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में लोगों ने अपने-अपने घरों में अदा की। कोरोना के कारण सभी उलेमा ने पहले ही लोगों से कहा था कि सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए लोग घर में नमाज अदा करें।
बताया जा रहा है कि शनिवार को चांद रात हो सकती है। ऐसे में कोरोना वयारस संक्रमण को देखते हुए लोगों ने घरों में त्योहार मनाने की तैयारी शुरू कर दी है। विशेष पकवानों के सामग्री की खरीदारी भी शुरू हो गई है। शनिवार को ईद का चांद दिखाई देगा और रविवार 24 मई को ईद मनाई जाएगी।