दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को 3 साल से नहीं मिल रही है डिग्री, सामने आई ये चौंकाने वाली वजह
Delhi University डीयू के पास तीन साल से डिग्री की प्रिंटिंग करने के लिए प्रिंटिंग ठेकेदार नहीं है। इसके बाद हाई कोर्ट ने डीयू से छात्रों को डिजिटल डिग्री देने के लिए कहा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। लंबे समय से दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) अपने छात्रों को डिग्री नहीं दे पा रहा है। इसके पीछे के कारण का खुलासा तब हुआ जब इस साल जुलाई में स्नातक पास कर चुके कुछ छात्रों ने डिग्री न मिलने पर दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। तब पता चला कि डीयू के पास तीन साल से डिग्री की प्रिंटिंग करने के लिए प्रिंटिंग ठेकेदार नहीं है। इसके बाद हाई कोर्ट ने डीयू से छात्रों को डिजिटल डिग्री देने के लिए कहा। इसके दो महीने बाद ही डिग्री के लिए आवेदन मंगाए जाने को लेकर पोर्टल शुरू किया जा सका। पोर्टल पर अब तीस हजार आवेदन डीयू को मिल चुके हैं, लेकिन वह अभी सिर्फ 23 छात्रों को ही डिजिटल डिग्री दे पाया है। करीब तीन साल से डिग्री न मिलने के कारण छात्रों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं डीयू से संबंद्ध कॉलेजों पर भी डिग्री देने का बोझ बढ़ता जा रहा है। 2017 के बाद से नहीं मिला प्रिंटिंग का ठेका लेने वालादरअसल प्राप्त जानकारी के अनुसार 2017 में हुए ऑडिट के बाद डीयू के प्रिंटिंग ठेकेदार का अनुबंध रद कर दिया गया था। ऑडिट में पाया गया कि एक ही ठेकेदार को लंबे समय से प्रिंटिंग का ठेका मिला हुआ है। इसी वजह से ठेका रद किया गया।
इस साल 3 बार निकाला टेंडर
वहीं डीन एग्जामिनेशन प्रोफेसर डीएस रावत का कहना है कि पिछला प्रिंटिंग अनुबंध प्रिंटिंग के काम में कुछ गलतियां पाए जाने के कारण रद कर दिया गया था। इसके बाद अभी तक विश्वविद्यालय किसी भी टेंडर को फाइनल नहीं कर सकी है। इस साल डीयू ने 11 मार्च, 8 जून और 18 जुलाई को प्रिंटिंग ठेका देने के लिए निविदाएं आमंत्रित कीं, लेकिन बहुत कम आवेदकों ने दिलचस्पी दिखाई।
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