इस बार सर्दियों के दौरान गैस चैंबर में तब्दील नहीं होगी दिल्ली, 4 राज्यों में होगी सख्ती
धुआं फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ पहली बार में जुर्माना ठोकने एवं बाद में उन्हें सील करने के अधिकार भी इन टीमों के पास रहेंगे।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। आने वाली सर्दियों में दिल्ली को गैस चैंबर बनने से बचाने की दिशा में अब एनसीआर के औद्योगिक प्रदूषण पर भी हर पल निगाह रखी जाएगी। प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों के लिए निगरानी टीमों का गठन शुरू कर दिया गया है। इन टीमों को दिन-रात ये सुनिश्चित करना है कि औद्योगिक इकाइयों का धुआं हवा में जहर न घोलने पाए। धुआं फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ पहली बार में जुर्माना ठोकने एवं बाद में उन्हें सील करने के अधिकार भी इन टीमों के पास रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के विभिन्न 46 औद्योगिक क्षेत्रों के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने 13 अधिकारियों को नामित करते हुए 13 ही टीमों का गठन किया है। इस संबंध में लिखित आदेश भी निकाल दिया गया है। इसी तरह हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी) पांच जिलों के लिए पांच टीमों को अंतिम रूप दे रहा है। यह टीमें संबंधित जिला उपायुक्त के निर्देशन में काम करेंगी। हर टीम में राजस्व विभाग, पुलिस और उद्योग विभाग का एक-एक अधिकारी भी शामिल रहेगा।
एनसीआर में शामिल उत्तर प्रदेश और राजस्थान के भी उन जिलों, जहां औद्योगिक क्षेत्र हैं, की निगरानी के लिए कमोबेश ऐसी ही टीमें गठित करने की प्रक्रिया जारी है। बताया जाता है कि यह टीमें अपने अपने अधिकार क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों में यह सुनिश्चित करेंगी कि वे तय मानकों के अनुरूप ही चलें और उनका जहरीला धुआं वातावरण या हवा प्रदूषित नहीं करे। नियमों का उल्लंघन रात के अंधेरे में भी न हो सके, इसके लिए टीमें रात को भी गश्त करेंगी। जो इकाइयां इसके बावजूद वायु प्रदूषण फैलाती नजर आएंगी, उनसे पर्यावरण क्षतिपूर्ति शुल्क वसूला जाएगा। जो इकाईयां दोबारा प्रदूषण फैलाती पकड़ी जाएंगी, उन पर तालाबंदी कर दी जाएगी।
दिल्ली-एनसीआर के इन औद्योगिक क्षेत्रों की होगी निगरानी
दिल्ली : फ्रेंडस कॉलोनी एवं झिलमिल, पटपड़गंज, जीटी रोड शाहदरा, दिलशाद गार्डन, मंडोली, करावल नगर, जवाहर नगर, ओेखला, ओखला ईएफसी एवं मोहन कॉपरेटिव, ओखला फेज एक एवं दो, वजीरपुर, लारेंस रोड, शहजादा बाग, आनंद पर्बत, मंगोलपुरी, रिठाला, शालामार गांव, हैदरपुर, झंडेवालान, फ्लैटिड फैक्टि्रज कॉम्प्लेक्स, नारायणा, मायापुरी, जीटी करनाल रोड, राजस्थानी उद्योग नगर, बबवाना, बादली, प्रहलादपुर बांगर, नरेला, समयपुर, लिबासपुर, कीर्ति नगर, मोती नगर डीएलएफ, नजफगढ़ रोड, बसई दारापुर, हस्तसाल, तिलक नगर, डाबड़ी, उद्योग नगर, नांगलोई, नरेश पार्क एक्सटेंशन, पीरागढ़ी, सुल्तानपुर माजरा, मुंडका, स्वर्ण पार्क, ख्याला।
हरियाणा : फरीदाबाद एक व दो, बहादुरगढ़, सोनीपत, पानीपत।
उत्तर प्रदेश : साहिबाबाद
राजस्थान : भिवाड़ी
एस. नारायणन (सदस्य सचिव, एचएसपीबीबी) औद्योगिक क्षेत्रों के धुएं की रोकथाम के लिए निगरानी टीमों का गठन किया जा रहा है। जल्द ही इस आशय के निर्देश भी जारी हो जाएंगे और टीमें अपना काम शुरू कर देंगी।
भूरेलाल (अध्यक्ष, पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण) का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्रों में चल रही इकाइयों पर दिन में ही नहीं, रात के समय भी निगरानी रखना जरूरी है। कई बार रात के समय इन्हें मानकों का उल्लंघन करते पकड़ा गया है। जल्द ही सभी औद्योगिक क्षेत्रों में यह टीमें सक्रिय हो जाएंगी।
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