24 घंटे में ही खुल गया राज, राहुल गांधी से क्यों नाराज हैं अरविंद केजरीवाल?
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 2013 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार का समर्थन करना एक कड़वा अनुभव है। हमारे ही समर्थन से सरकार बनाकर आप पार्टी ने झूठ बोलना शुरू कर दिया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने आम आदमी पार्टी (AAP) की आलोचना करते हुए राजनीतिक लाभ लेने के लिए आम आदमी पार्टी पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस 2013 में आम आदमी पार्टी को समर्थन नहीं करती तो भाजपा सरकार बना लेती। तब AAP इतिहास बनकर रह जाती। आम आदमी पार्टी के बयान पर उन्होंने कहा कि राजनीति अहम से नहीं चलती। AAP संयोजक केजरीवाल सिर्फ इसलिए उदास हो रहे है क्योंकि राहुल गांधी ने उन्हें फोन नहीं किया।
दरअसल, मीडिया में रिपोर्ट चल रही है कि AAP की सोच यह थी कि राज्यसभा के उपसभापति चुनाव के समर्थन के लिए राहुल गांधी केजरीवाल को फोन करेंगे। लेकिन, उन्होंने किया नहीं। लिहाजा, केजरीवाल खफा हो गए और उनकी पार्टी ने कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी को समर्थन भी नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि पूर्व में आम आदमी पार्टी ने मुख्य न्यायाधीश के महाभियोग के मुद्दे पर भी राज्यसभा में भाजपा का साथ दिया था। यह भी याद दिलाया कि सन् 2014 में भी भाजपा को जिताने के लिए आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिया था।
यह है पूरा मामला
यहां पर बता दें कि गुरुवार को हुए राज्यसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव में एनडीए की तरफ से जेडी(यू) नेता हरिवंश नारायण सिंह को उम्मीदवार बनाया गया था। एनडीए अपने उम्मीदवार की जीत के लिए अनेक दलों को संपर्क कर रही थी। उधर, आम आदमी पार्टी को उम्मीद थी कि कांग्रेस अपने उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद की जीत सुनिश्चित करने के लिए उससे संपर्क अवश्य करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बताया जाता है कि कांग्रेस ने अपने राजनीतिक समीकरणों के मद्देनजर AAP मुखिया अरविंद केजरीवाल को फोन तक नहीं किया। बताया जा रहा है कि इसके चलते AAP नेता नाराज हो गए। इस कड़ी में AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि विपक्षी एकता में कांग्रेस सबसे बड़ी बाध है।
वहीं, जैसा की पहले से तय था। चुनाव में एनडीए उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह को 125 वोट मिले और वह राज्यसभा के उपसभापति बन गए। जबकि विपक्ष के उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को महज 105 वोट मिले।