जानिए कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर दिल्ली के किन अस्पतालों में शुरू हो गई तैयारी, नोट कर लें नाम और पता
इन अस्पतालों में इमरजेंसी ओपीडी वार्ड समेत सभी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा यहां आक्सीजन टैंक का भी इंतजाम किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने कोरोना को देखते हुए इन अस्पतालों के निर्माण पर काम करने की सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मांगी थी।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली सरकार के सात कोरोना अस्पतालों पर रविवार से काम शुरू हो गया। इनमें कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर 6836 आइसीयू बेड तैयार किए जाने हैं। इन अस्पतालों में इमरजेंसी, ओपीडी, वार्ड समेत सभी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा यहां आक्सीजन टैंक का भी इंतजाम किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने कोरोना को देखते हुए इन अस्पतालों के निर्माण पर काम करने की सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मांगी थी। प्रदूषण के चलते सुप्रीम कोर्ट ने इनके निर्माण पर रोक लगा दी थी। 20 दिन से उन अस्पतालों का भी निर्माण कार्य बंद था, जिन्हें तीसरी लहर को देखते हुए तैयार किया जा रहा था।
इन अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 6836 आइसीयू बेड की तैयारी की जा रही थी। ये बेड फरवरी तक तैयार किए जाने हैं। काम बंद होने से परियोजना पर काम कर रहे लोक निर्माण विभाग की चिंता बढ़ गई थी। विभाग ने दिल्ली सरकार के सामने अपनी बात रखी थी और अनुरोध किया था कि सुप्रीम कोर्ट में बात रखकर काम की अनुमति दिलवाई जाए। विभाग ने बनाए जा रहे 19 अन्य अस्पतालों के लिए भी अनुमति दिलाने की दिल्ली सरकार से अपील की थी।
विभाग की दलील थी कि अगर इन अस्पतालों के निर्माण की अनुमति मिल जाती है, तो कोरोना का संक्रमण बढ़ने पर इन अस्पतालों से मदद मिल सकेगी। इसे लेकर दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखा था, जिस पर कोर्ट ने अपने आदेश में आइसीयू बेड के लिए बनाए जा रहे सात अस्पतालों के लिए अनुमति दे दी है। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि 19 अन्य अस्पतालों को लेकर भी अदालत के सामने बात रखी गई थी, मगर अदालत के आदेश में इन अस्पतालों का जिक्र नहीं है। इसलिए अगली सुनवाई में इस बारे में सुप्रीम कोर्ट के सामने पक्ष रखा जाएगा।
कहां कितने बेड की होगी व्यवस्था
अस्पताल - आइसीयू बेड
शालीमार बाग - 1430 बेड
किराड़ी - 458 बेड
जीटीबी अस्पताल परिसर - 1912 बेड
रघुवीर नगर - 1565 बेड
चाचा नेहरू अस्पताल - 610 बेड
सुल्तानपुरी - 525 बेड