दिल्ली-NCR की हवा में हल्का सुधार पर राहत नहीं, जानें- कहां है सबसे ज्यादा प्रदूषण
पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले तीन दिनों में दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर तेजी से बढ़ेगा। इसकी वजह से लोगों को और अधिक तकलीफ होने वाली है।
नई दिल्ली, जेएनएन। मौसम के मिजाज में गुरुवार को कुछ बदलाव हुआ तो प्रदूषण के स्तर में भी आंशिक गिरावट दर्ज की गई। हालांकि इससे दिल्लीवासियों को खास राहत नहीं मिली। पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले तीन दिनों में पीएम 2.5 का स्तर तेजी से बढ़ेगा। इसकी वजह से लोगों को और अधिक तकलीफ होगी।
सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 297 रहा। यह बेहद खराब श्रेणी से महज 3 प्वाइंट कम है। वहीं, एनसीआर के अधिकतर शहरों में प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में ही बना रहा। फरीदाबाद का एयर इंडेक्स 308, गाजियाबाद का 330, ग्रेटर नोएडा का 293, नोएडा का 316, गुरुग्राम का 372 व भिवाड़ी का 346 रहा।
सफर इंडिया के आंकलन के अनुसार गुरुवार को दिल्ली में 316 एयर इंडेक्स के सात प्रदूषण स्तर बेहद खराब स्थिति में ता। सफर, दिल्ली में 12 जगहों पर वायु प्रदूषण की मॉनिटरिंग करती है। इसके मुताबिक पीएम 2.5 का स्तर 140 एमजीजीएस (माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर) रहा। शुक्रवार को इसके बढ़कर 154 और शनिवार को 161 एमजीएम हो जाने की आशंका है।
सीपीसीबी के अनुसार सबसे खराब स्थिति मुंडका, रोहिणी, बवाना, द्वारका, वजीरपुर, नरेला, गुरुग्राम व गाजियाबाद की चल रही है। इन जगहों पर प्रदूषण स्तर को काबू करना काफी जरूरी है। सीपीसीबी की अधिकतर टीमें भी इन दिनों इन्हीं जगहों पर प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों में लगी हुई हैं।
दिल्ली सरकार ने गठित की छह सदस्यीय समिति
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने प्रदूषण पर निगाह रखने के लिए छह सदस्यीय समिति का गठन किया है। यह समिति दिल्ली में विभिन्न स्थानों का औचक निरीक्षण करेगी और देखेगी कि किन कारणों और किन नियमों के उल्लंघन से प्रदूषण में इजाफा हो रहा है। समिति यह भी जांच करेगी कि प्रदूषण रोकने में नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा क्या प्रयास किए जा रहे हैं।
पर्यावरण मंत्री द्वारा गठित समिति में उपायुक्त (राजस्व), दिल्ली पुलिस में अतिरिक्त उपायुक्त, लोक निर्माण विभाग में कार्यकारी अभियंता, नगर निगम व एनडीएमसी में कार्यकारी अभियंता, उद्यान विभाग में अतिरिक्त निदेशक और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति में एंवायरमेंटल इंजीनियर के स्तर से नीचे कोई नहीं है।
पर्यावरण मंत्री के निरीक्षण में डीपीसीसी के सदस्य सचिव साथ रहेंगे। इमरान हुसैन ने तमाम एजेंसियों को यह निर्देश भी दिए हैं कि जहां भी निर्माण चल रहा है, वहां सी एंड डी वेस्ट 2016 के नियम लागू हो। निर्माण सामग्री खुले में न रहे। धूल पर पानी का छिड़काव होते रहना चाहिए। उन्होंने सभी विभागों को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के मानकों का क्रियान्वयन भी सुनिश्चित करने को कहा है।
प्रगति मैदान का नवीनीकरण जल्द होगा शुरू
राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) जल्द ही दोबारा प्रगति मैदान का नवीनीकरण कार्य शुरू करेगा। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से इसके लिए हरी झंडी मिल गई है। यह पाया गया है कि वहां प्रदूषण पर नियंत्रण के सभी उपाय अपनाए जा रहे हैं।
करीब पांच दिन पूर्व वायु प्रदूषण बढ़ने के कारण निगम ने एनबीसीसी को प्रगति मैदान का निर्माण कार्य रोकने का नोटिस जारी किया था। बाद में जब निगम की टीम ने निर्माण स्थल का दौरा किया तो पाया कि वहां पर वे तमाम प्रावधान अपनाए गए हैं, जो प्रदूषण नहीं फैलने देने के लिए आवश्यक हैं। इसी के आधार पर निगम ने एनबीसीसी को वापस निर्माण कार्य शुरू करने की हरी झंडी दे दी है।
एनबीसीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अनूप कुमार मित्तल ने इस पर खुशी जताई है। कहा कि प्रगति मैदान का नवीनीकरण कार्य जल्द दोबारा शुरू होने से यह समय पर पूरा हो सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि एनबीसीसी पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपने दायित्वों से भली भांति वाकिफ है। इसलिए अभी ही नहीं, भविष्य में भी इस बाबत पूरा ध्यान रखा जाएगा कि प्रदूषण में इजाफा न हो। यह जनहित से जुड़ा मामला है।