आलू के भाव देख टमाटर भी हुआ लाल, प्याज भी रुलाने को तैयार; जानिए कब कम होंगे दाम
आलू के बढ़ते दाम के बीच टमाटर और प्याज ने भी अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। जानिए इन बढ़े हुए मूल्यों से कब आम इंसान को राहत मिलेगी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आलू के बढ़ते भाव को देख टमाटर भी अपने रंग दिखाने लगा है। आजादपुर मंडी में आवक कम होने से आलू के बाद अब टमाटर के दाम भी बढऩे लगे हैं। इसके साथ ही प्याज भी रुलाने लग गया है। बुधवार को मंडी में आलू 45 रुपये प्रति किलो, टमाटर 52 रुपये प्रति किलो और प्याज 24 रुपये प्रति किलो के भाव से बिका।
आढ़तियों का कहना है कि फरवरी में बारिश ने और मार्च अंत से लॉकडाउन ने आलू, टमाटर के कारोबार को सबसे ज्यादा प्रभावित किया, क्योंकि मंडी में कोरोना के मरीज मिलने के बाद लोगों ने संक्रमण के डर से आलू टमाटर व प्याज की खरीद कम कर दी।
इस कारण थोक बाजार में पांच-पांच रुपये प्रति किलो में भी टमाटर का कोई खरीदार नहीं मिल रहा था। मजबूरन किसानों को टमाटर पशुओं को खिलाने पड़े। इस नुकसान को देखते हुए किसानों ने इस बार टमाटर की बुआई कम की। वहीं, आलू की नई फसल फरवरी में बारिश से खराब हो गई थी। फसल खराब होने के कारण किसान मंडियों में आलू भेज नहीं पाए। नतीजन कोल्ड स्टोरेज में रखे आलू की आवक मंडी में हुई, जोकि पिछले वर्ष सितंबर की तुलना में 50 फीसद कम है।
आढ़ती रामबरन ने बताया कि आगामी कुछ सप्ताह में पंजाब, उत्तर प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों से आलू व टमाटर की आवक शुरू हो जाएगी। इससे दोनों के दामों में राहत मिलेगी। वहीं, प्याज की आवक व कीमत मंडी में सामान्य है। बुधवार को 900 टन से अधिक प्याज की आवक हुई थी, जोकि 11 से 24 रुपये प्रति किलो के भाव से थोक में बेचा गया।
खुदरा बाजार की बात करें तो प्याज 30 से 40 रुपये प्रति किलो के भाव से बेचा जा रहा है। खुदरा दुकानदार पंकज सिंह का कहना है कि मंडी से माल ले जाने के लिए वाहनों को कई घंटों तक टोकन का इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में वाहन चालक पहले से अधिक भाड़ा ले रहे हैं। इसका सीधा असर सब्जियों के खुदरा बाजार पर पड़ रहा है। ऐसे में मौजूदा समय में सामान्य भाव से अधिक पर भाव पर सब्जियां बेचनी पड़ रही हैं।
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