Inside Story: जानिए- कौन है वह शख्स, जिसने फरीदाबाद में 3 वोटरों को किया था प्रभावित
वीडियो सामने आने के बाद भारतीय निर्वाचन आयोग ने फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी अतुल कुमार द्विवेदी आइएएस को ऊंची पहुंच होने के बावजूद बदल दिया।
नई दिल्ली/फरीदाबाद, जेएनएन। Lok Sabha Election 2019: आम चुनाव-2019 के तहत छठे चरण में दिल्ली की 7 और हरियाणा की 10 सीटों पर 12 मई को मतदान हुआ था। मतदान के दौरान फरीदाबाद लोकसभा सीट (Faridabad Lok Sabha Seat) के अंतर्गत पृथला विधानसभा क्षेत्र के गांव असावटी के बूथ नंबर-88 में महिलाएं वोट डालने के लिए आई थीं। पोलिंग अधिकारी इन महिलाओं को इनके परिचय पत्र और अंगुली पर स्याही लगाने की प्रक्रिया पूरी कर वोट के लिए मशीन के पास भेज रहे थे कि अचानक पोलिंग एजेंट गिर्राज नाम का शख्स ईवीएम (Electronic Voting Machie) मशीन के पास जाता और मशीन का बटन भाजपा के पक्ष में दबाकर वापस अपनी सीट पर आ जाता है।
चूंकि गिर्राज का अपने गांव में दबदबा है, इसलिए उसके खिलाफ वहां न तो पोलिंग अधिकारी बोले और न ही गांव का कोई और एजेंट। हां, एक एजेंट ने उसके इस कृत्य की वीडियाे जरूर बना ली। यह वीडियाे सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बस फिर क्या था भारतीय निर्वाचन आयोग ने फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी अतुल कुमार द्विवेदी आइएएस को ऊंची पहुंच होने के बावजूद बदल दिया। उनकी जगह पर अशोक कुमार गर्ग को जिला निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है।
फरीदाबाद के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी निर्वाचन अधिकारी को चुनावी प्रक्रिया पूरी होने से पूर्व ही हटाया हो। मंगलवार को अशोक कुमार गर्ग फरीदाबाद जिला उपायुक्त का पदभार संभाल लेंगे और अब आने वाली 19 तारीख को असावटी के बूथ नंबर-88 पर पुनर्मतदान से लेकर 23 मई को मतगणना तक अशोक कुमार गर्ग की देखरेख में होगी।
बूथ नंबर 88 पर 19 को होगा पुनर्मतदान
केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले पृथला विधानसभा क्षेत्र के गांव असावटी स्थित पोलिंग बूथ नंबर 88 पर दोबारा मतदान के आदेश दिए हैं। पुनर्मतदान 19 मई को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक कराया जाएगा। इसी के साथ फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी अतुल कुमार त्रिवेदी को हटा दिया गया है। आइएएस अशोक कुमार गर्ग निर्वाचन अधिकारी होंगे।
आयोग ने माइक्रो ऑब्जर्वर के रूप में तैनात सोनल गुलाटी पर भी कार्रवाई की है। वे संबंधित मतदान केंद्र वाले गांव में माइक्रो ऑब्जर्वर के रूप में तैनात थी और सूचना मिलने के बाद भी मौके पर नहीं पहुंची थीं। आयोग ने निर्देश दिए हैं कि वह अगले तीन सालों तक चुनाव संबंधी किसी भी प्रकार का कार्य नहीं करेंगी। 12 मई को फरीदाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के गांव असावटी में बूथ नंबर 88 पर गिर्राज नाम के पोलिंग एजेंट पर महिला मतदाताओं के स्थान पर स्वयं ईवीएम का बटन दबाने का आरोप लगा था। इस मामले में गिर्राज को गिरफ्तार भी किया गया था और बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी।
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