वायु प्रदूषण से बचाएगा पीपल के पत्तों का रस, जानें- कैसे कर सकते हैं सेवन
पीपल के पत्तों में मौजूद गुणकारी तत्वों से लिवर और फेफड़ो को मजबूती मिलती है और शरीर वायु प्रदूषण में स्वस्थ रह सकता है। वहीं इसके सेवन के साथ प्राणायाम, ध्यान बेहद कारगर हो सकता है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली-एनसीआर की फिजा में घुली जहरीली हवा से लोग परेशान हैं। इस वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। दमघोंटू हवा से बचने का कोई कारगर उपाय न होने के कारण तमाम लोग घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं। वहीं प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि पीपल के पत्तों के रस का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहेगा और वायु प्रदूषण को कुछ हद तक मात दी जा सकती है।
कारगर उपाय है पीपल के पत्तों के रस का सेवन
प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ व योग गुरु डॉ. अनिल जैन का कहना है कि वायु प्रदूषण धीमा जहर है। इससे शरीर को बचाने के लिए थोड़ी सावधानी व उपाय की आवश्यकता है। इस समय पीपल के पत्तों के रस का सेवन करना कारगर उपाय है, क्योंकि पीपल ही ऐसा वृक्ष है जो 24 घंटे ऑक्सीजन प्रदान करता है।
पीपल के पत्तों में मौजूद गुणकारी तत्वों से लिवर और फेफड़ो को मजबूती मिलती है और शरीर वायु प्रदूषण में स्वस्थ रह सकता है। वहीं इसके सेवन के साथ प्राणायाम, ध्यान बेहद कारगर हो सकता है। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण के दौरान तुलसी, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च, विजयसार व अदरक का काढ़ा बनाकर उसका भी सेवन किया जा सकता है। इससे भी शरीर को राहत मिलेगी।
कैसे करें पीपल के पत्तों के रस का सेवन
प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ व योग गुरु डॉ. अनिल जैन के मुताबिक 20 से 25 पीपल के पत्तों को गर्म पानी में धोने के बाद उनको पीस कर चटनी बना लें। चटनी को साफ कपड़े में छानने से जो पानी निकलेगा। उस आधा या एक गिलास पानी का रोजाना सुबह खाली पेट सेवन करें। यह एनर्जी टॉनिक की तरह काम करेगा।
वायु प्रदूषण के दौरान शरीर को स्वस्थ रखने के कुछ उपाय
-खाने में कोई भी तेल वाली वस्तुओं का प्रयोग न करें।
-रोजाना घर के अंदर ही ध्यान व प्राणायाम करें।
-सब्जियों व फलों को नियमित गर्म पानी से धोकर ही प्रयोग करें।
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