जानिए किस बात पर कुमार विश्वास ने लिखा झील पर पानी बरसता है हमारे देश में, जिंदगी का हाल खस्ता है हमारे देश में
बीते तीन दिनों से यमुना के पानी में उठ रहे झाग ने सभी का ध्यान इस ओर खींचा है। इस बीच छठ का त्योहार भी आ गया छठ के मौके पर शाम के समय व्रती यमुना के इसी पानी में ही खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। राजधानी दिल्ली में इन दिनों यमुना के पानी में गंदगी एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। छठ पूजा के दौरान यहां के हालात देखकर हर कोई यही सवाल कर रहा है कि आखिर यमुना को साफ करने के लिए किए गए सारे दावे हवा हवाई ही साबित हुए। चाहे वो कोई भी सरकार रही हो। बीते तीन दिनों से यमुना के पानी में उठ रहे झाग ने सभी का ध्यान इस ओर खींचा है। इस बीच छठ का त्योहार भी आ गया, छठ के मौके पर शाम के समय व्रती यमुना के इसी पानी में ही खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं। उसके बाद सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद उनकी पूजा पूरी होती है।
कवि कुमार विश्वास भी बीते तीन दिनों से यमुना की गंदगी को लेकर खासे चिंतित है। उन्होंने भी समाचार एजेंसी एएनआइ की ओर से यमुना की गंदगी को लेकर ट्वीट की गई वीडियो और फोटो को रिट्वीट किया है। मंगलवार को भी उन्होंने ऐसे दो से तीन ट्वीटों को रिट्वीट किया था। अब बुधवार को उन्होंने फिर एएनआइ का एक वीडियो रिट्वीट किया। इस वीडियो में दिल्ली जल बोर्ड का कर्मचारी अशोक कुमार यमुना में पानी का छिड़काव करके उसमें पैदा हुए झाग को खत्म कर रहे थे। एएनआइ की ओर से ट्वीट किए गए उस वीडियो में पानी का छिड़काव करने वाले से ये पूछा भी जाता है जिसमें वो कर्मचारी ये बताता है कि यमुना में पैदा हुए झाग को कम करने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। पानी का छिड़काव करने से झाग कम हो जाएंगे।
“झील पर पानी बरसता है हमारे देश में,
जिन्दगी का हाल ख़स्ता है हमारे देश में,
दूध महँगा, ख़ून सस्ता हैं हमारे देश में,
अब वज़ीरों,अफ़सरों या पागलों को छोड़कर
और खुलकर कौन हँसता है हमारे देश में..!” https://t.co/UObQCtdgM3— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 10, 2021
इसके बाद उन्होंने इसी वीडियो पर चार लाइनों की एक कविता भी लिखी उसे इस वीडियो के साथ रिट्वीट किया। उनकी कविता है कि “झील पर पानी बरसता है हमारे देश में, जिन्दगी का हाल ख़स्ता है हमारे देश में, दूध महँगा, ख़ून सस्ता हैं हमारे देश में, अब वज़ीरों,अफ़सरों या पागलों को छोड़कर और खुलकर कौन हँसता है हमारे देश में..!”
इससे पहले एक ट्वीट के माध्यम से उन्होंने छठ के मौके पर सभी को शुभकामनाएं दी थी। उन्होंने लिखा था कि चढ़ते सूरज को प्रणाम करने वाली दुनिया में भारत ही है जहॉं ढल रहे सूर्य को भी कृतज्ञ-अर्घ्य देने की परंपरा है। आज संध्या जल में खड़े होकर अस्ताचलगामी सूर्य से मंगल-कामना कर रहे सभी व्रतियों का सौभाग्य अचल रहे,अनुष्ठान का अभीष्ट सब तक पहुँचे तथा समस्त सदिच्छाएँ पूर्ण हों।जय हो
झील बनाईं जाएँगीं 😍🇮🇳 💪🏼💪🏼
बन गईं झील और झोल बन गए हम 😂🙈🙏 https://t.co/1L5DfQG6bd pic.twitter.com/pU7DfH4wRv— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) November 9, 2021
इसके बाद उन्होंने एक ट्वीट किया था जिसमें लिखा था कि यमुना को झील बनाने का वायदा किया गया था। झील तो नहीं बनी मगर झोल बन गए हम। उन्होंने चुटकी लेते हुए ये टिप्पणी दिल्ली सरकार पर की थी।