14 लेन के नेशनल हाईवे-9 पर बने अहम फ्लाईओवर का हिस्सा धंसा
समस्या दूर की जा रही है। सड़क को ठीक कर 15 दिन में इस भाग में भी यातायात का संचालन कर दिया जाएगा।
नई दिल्ली (वीके शुक्ला)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 लेन के जिस राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-9 के पहले चरण का 27 मई को उद्घाटन किया था, उस पर बने महत्वपूर्ण फ्लाईओवर का एक हिस्सा धंस गया है। यहीं से प्रधानमंत्री ने रोड शो शुरू किया था। मिलेनियम पार्क के सामने बने इस फ्लाईओवर का हिस्सा धंस जाने से रिंग रोड पर भारी जाम लग रहा है। ऐसे में अब शाम के समय जाम किलोकरी गांव तक पहुंच जाता है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के योजना प्रबंधक आरपी सिंह का कहना है कि यह समस्या फ्लाईओवर के एक्सपेंशन ज्वाइंट (लोहे के भाग को कंक्रीट से जोड़ने वाले भाग) में हुई है। समस्या दूर की जा रही है। सड़क को ठीक कर 15 दिन में इस भाग में भी यातायात का संचालन कर दिया जाएगा।
एनएच-9 यानी मेरठ एक्सप्रेस-वे के तहत ही रिंग रोड पर मिलेनियम पार्क के सामने फ्लाईओवर का निर्माण किया गया है। यह फ्लाईओवर आश्रम व सराय काले खां की ओर से आने वाले वाहनों को सीधे आइटीओ की ओर तथा आश्रम की ओर से यमुनापार की ओर उपयोग करने के लिए बनाया गया है।
फ्लाईओवर पर चढ़ने पर दो सौ मीटर आगे करीब सौ मीटर लोहे का हिस्सा है। इसे लोहे का बनाए जाने के पीछे का कारण यह है कि इस भाग के नीचे मेट्रो लाइन गुजर रही है। इस भाग को पार करते ही फ्लाईओवर के कंक्रीट वाले हिस्से में दाहिनी ओर करीब डेढ़ फुट सड़क धंस गई है। तकनीकी जानकारों का कहना है कि सड़क धंसने का कारण काम की जल्दबाजी है। एनएचएआइ ने जल्द काम पूरा करने के लिए निर्माण के निर्धारित मानकों को नजरंदाज किया। इस वजह से यह समस्या आई है।
जानकार कहते हैं कि फ्लाईओवर में लोहे के भाग को पहले तैयार कर लिया जाता है और इसके बाद दोनों तरफ से कंक्रीट के भाग को जोड़ने के लिए धीरे धीरे काम आगे बढ़ाया जाता है। इस तरह एक्सपेंशन ज्वाइंट का काम पूरा किया जाता है। मगर इस मामले में कंक्रीट का काम पहले ही पूरा कर लिया गया था। लोहे के भाग का काम बाद में पूरा हुआ। कंक्रीट और लोहे के ज्वाइंट का कार्य पूरा करने में तकनीकी गड़बड़ी हुई। इससे फ्लाईओवर की सड़क धंसने की समस्या आई है।
नत्थू कॉलोनी चौक के फ्लाईओवर में भी आई दरार
उत्तरी-पूर्वी दिल्ली स्थित नत्थू कॉलोनी चौक के फ्लाईओवर में दरार आने से हड़कंप मच गया है। यह दरार दुर्गापुरी से जीटीबी अस्पताल की ओर जाने वाले मार्ग पर आई है। सुरक्षा कारणों से इस मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है, हल्के वाहन चल रहे हैं। इस हिस्से में दरार आई है, उसे बैरिकेड से कवर किया गया है ताकि कोई हादसा न हो। यह करीब एक किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर है, जो 2011 में शुरू हुआ था। दरार उस हिस्से में आई है, जिसके ठीक नीचे ट्रेनें गुजरती हैं और उस रेलवे लाइन के नीचे वाहनों के लिए अंडरपास बना हुआ है।
यहां के स्थानीय लोगों ने दो दिन पहले लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को फ्लाईओवर में दरार आने की शिकायत की, जिसके बाद शुक्रवार को अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर फ्लाईओवर का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि जब फ्लाईओवर पर वाहन चलते हैं तो उस पर कंपन होती है।
इसी वजह से यह दरार आई है। इस मामले में इंजीनियर अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंपेंगे। उसके बाद फैसला किया जाएगा कि आगे क्या करना है। इस फ्लाईओवर पर बड़ी संख्या में वाहनों का आवागमन होता है। यहां के स्थानीय लोगों व वाहन चालकों का कहना है कि सात वर्ष पहले ही जो फ्लाईओवर शुरू हुआ हो, उसमें दरार आना विभाग के कार्य पर सवाल खड़े करता है। जल्द दरार को ठीक नहीं किया गया तो यह बढ़ भी सकती है। सरकार की ओर से इस मामले में क्या कदम उठाए जा रहे हैं, यह जानने के लिए विधायक सरिता सिंह को फोन किया गया, लेकिन उनका फोन बंद था।