अवतार सिंह भड़ाना की पत्नी ममता ने प्रियंका गांधी से कहकर कटवा दिया था ललित नागर का टिकट
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 2019 के लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस के तत्कालीन महासचिव व हरियाणा प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अवतार का टिकट काटकर फरीदाबाद से पूर्व विधायक ललित नागर को प्रत्याशी बना दिया था।
नई दिल्ली [बिजेंद्र बंसल]। राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में गुर्जरों के बड़े नेता माने जाने वाले अवतार सिंह भड़ाना ने भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर राष्ट्रीय लोकदल ज्वाइन कर ली है। इसके साथ उनका गौतमबुद्धनगर की जेवर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगा, यह भी तय हो गया है।
प्रियंका के नजदीक हैं अवतार की पत्नी ममता
अवतार भड़ाना की पत्नी ममता भड़ाना कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के काफी नजदीक हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस के तत्कालीन महासचिव व हरियाणा प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अवतार का टिकट काटकर फरीदाबाद से पूर्व विधायक ललित नागर को प्रत्याशी बना दिया था। इसके बाद ममता ने ही प्रियंका से संपर्क कर ललित नागर का टिकट वापस करवाकर अवतार को टिकट दिलवाया था। हालांकि इस चुनाव में भी अवतार बुरी तरह हार गए थे।
अवतार के बड़े भाई भी रहे चुके हैं राष्ट्रीय लोकदल से विधायक
अवतार भड़ाना के बड़े भाई करतार भड़ाना हरियाणा में दो बार मंत्री रह चुके हैं। करतार 1996 व 2000 में पानीपत के समालखा से विधायक बने। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला मंत्रिमंडल में दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके करतार भड़ाना 2012 में उत्तर प्रदेश के खतौली से राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर विधायक बन चुके हैं। फिलहाल करतार भड़ाना भाजपा के प्राथमिक सदस्य हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में करतार ने मध्यप्रदेश के मुरैना में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सामने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हार के बाद 19 अक्टूबर 2019 को करतान भड़ाना भाजपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के समक्ष भाजपा में शामिल हो गए थे।
कभी गुर्जर इमाम कहे जाते थे भड़ाना
पूर्व उपप्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी देवीलाल जब 1988 में हरियाणा के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने अवतार भड़ाना का गुर्जरों में बढ़ते कद को देखते हुए बिना विधायक ही छह माह के लिए मंत्री बना दिया था। इसके बाद अवतार भड़ाना 1991 में फरीदाबाद से सांसद बन गए। भड़ाना ने इस दौरान कांग्रेस के बैनर तले जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश की गुर्जर बिरादरी में अपनी पैठ बढ़ाई। भड़ाना को तब गुर्जरों का इमाम तक कहा जाने लगा था।
अपने ही मुख्यमंत्री के खिलाफ उतर आए
22 सितंबर 2021 को गौतमबुद्धनगर के दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण होना था। इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। सीएम के आने से पहले मिहिर भोज के नाम के आगे से गुर्जर हटा दिया। जिसके बाद गुर्जर भड़क गए। योगी सरकार के खिलाफ गुर्जर बगावत पर उतर आए। अगले दिन चिटहेरा गांव में 25 हजार से अधिक गुर्जरों की पंचायत हुई। जिसमें अवतार सिंह भड़ाना भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। भाजपा विधायक भड़ाना ने अपने ही मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली थी।
मुख्य बातें
- 1988 में बिना विधायक हरियाणा के सीएम चौधरी देवीलाल ने अवतार भड़ाना को छह माह के लिए शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री बनाया।
- 1989 में दौसा से जनता दल की टिकट पर कांग्रेस नेता राजेश पायलट के सामने चुनाव हारे।
- 1991 में फरीदाबाद से कांग्रेस के टिकट पर पहली बार सांसद बने।
- 1996 में फरीदाबाद से भाजपा के रामचंद्र बैंदा से चुनाव हारे।
- 1998 में फरीदाबाद से कांग्रेस से टिकट न मिलने पर समाजवादी जनता पार्टी की टिकट पर भाजपा के रामचंद्र बैंदा से चुनाव हारे।
- 1999 में मेरठ से कांग्रेस के टिकट पर दूसरी बार सांसद बने।
- 2004 में फरीदाबाद से कांग्रेस के टिकट पर तीसरी बार सांसद बने।
- . 2009 में फरीदाबाद से कांग्रेस के टिकट पर चौथी बार सांसद बने।
- 2014 में मोदी लहर में फरीदाबाद में कांग्रेस के टिकट पर भाजपा के कृष्णपाल गुर्जर से हार गए।
- 2015 में कांग्रेस छोड़कर हरियाणा की इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी में शामिल हुए।
- 2016 में अवतार भड़ाना भाजपा में शामिल हुए और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य बने।
- 2017 में अवतार भड़ाना यूपी के मीरापुर से भाजपा के टिकट पर विधायक बने।
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