जानिए किस क्लास के विद्यार्थियों को ध्यान में रखकर स्कूल खोलने की तैयारी कर रहा शिक्षा निदेशालय, डीडीएमए के निर्देश का इंतजार
फरवरी से केवल 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को ध्यान में रखते हुए स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। हालांकि अंतिम निर्णय दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की अगले सप्ताह होने वाली बैठक के बाद ही लिया जाएगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना के संक्रमण के कारण राजधानी में स्कूल लंबे समय से बंद हैं, लेकिन अब 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए जल्द स्कूल खोले जा सकते हैं। शिक्षा निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मार्च-अप्रैल में बोर्ड की परीक्षाएं होने वाली हैं। ऐसे में फरवरी से केवल 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को ध्यान में रखते हुए स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। हालांकि, अंतिम निर्णय दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की अगले सप्ताह होने वाली बैठक के बाद ही लिया जाएगा। निदेशालय को बैठक में लिए जाने वाले निर्णय का इंतजार है।
विद्यार्थियों से मांगी जा सकती है टीकाकरण की रिपोर्ट
फिलहाल सरकार 15-18 वर्ष की आयु के विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने में जुटी है। निदेशालय के अधिकारी के मुताबिक सरकारी स्कूलों के 85 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों ने टीकाकरण कराया है। अब सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूल भी इस लक्ष्य को पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं। कई स्कूलों ने 98 प्रतिशत तक लक्ष्य पूरा किया है। ऐसे में जिन विद्यार्थियों ने अभी भी टीकाकरण नहीं कराया है, वह तत्काल टीका लगवा लें, क्योंकि स्कूल आने के लिए टीकाकरण की रिपोर्ट दिखाना भी अनिवार्य किया जा सकता है।
स्कूल खुलते ही शुरू होगी प्रायोगिक परीक्षाओं की तैयारी
10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों की मार्च-अप्रैल में बोर्ड परीक्षा होने वाली है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा आयोजित यह टर्म-दो की परीक्षा होगी। निदेशालय के अधिकारी के मुताबिक अगर फरवरी में स्कूल खोले जाते हैं तो सबसे पहले स्कूलों में विद्यार्थियों को प्रायोगिक परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। साथ ही उन्हें बोर्ड परीक्षा के लिए सैंपल पेपर से भी तैयारी कराई जाएगी।