सड़कों पर भीख मांगने वाले बच्चों के लिए उम्मीद की किरण बनीं ज्योती आनंद
ज्योति आनंद दिल्ली में चार अन्य जगहों शाहदरा, जैतपुर, सरिता विहार, बुराड़ी में सेंटर चलाकर 300 बच्चों को पढ़ाती हैं।
नई दिल्ली (शुजाउद्दीन)। सड़कों पर भीख मांगने वाले बच्चों के जीवन में शिक्षा का दीप जलाकर ज्योति आनंद उजियारा फैला रही हैं। युवती के इस हौसले को दिल्ली पुलिस ने भी सलाम किया और बच्चों को पढ़ाने के लिए जगह मुहैया कराई। जो पुलिस बूथ लोगों की सुरक्षा के लिए बनाए जाते हैं, वही बूथ आज कुछ घंटों के लिए पाठशाला के रूप में भी नजर आता है। यह नजारा आपको दक्षिणी दिल्ली स्थित न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में बने पुलिस बूथ पर देखने को मिलेगा, जहां ज्योति हर दोपहर तीन घंटे बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देती हैं।
वे राजधानी में चार अन्य जगह शाहदरा, जैतपुर, सरिता विहार, बुराड़ी में सेंटर चलाकर 300 बच्चों को पढ़ाती हैं। जामिया नगर में रहने वालीं ज्योति ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पढ़ाई पूरी करने के बाद सोशल वर्क में इग्नू से मास्टर डिग्री ली है।
ज्योति बताती हैं कि उनकी शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल से हुई है। जब वह आठवीं कक्षा में थीं, तभी से बच्चों को पढ़ाती आई हैं। उनके पिता आनंद एक सामाजिक कार्यकर्ता थे और उनसे से उन्हें समाजसेवा की प्रेरणा मिली।
उन्होंने 2014 में आनंद ऑर्गनाइजेशन फॉर सोशल डेवलपमेंट नाम से एक संगठन बनाया और आज उसी बैनर तले बच्चों को शिक्षित कर रही हैं। वह कहती हैं कि सड़कों पर भीख मांगने वाले बच्चों के पास न तो सिर छुपाने के लिए छत होती है और न ही पढ़ाई करने के लिए पैसे। इसलिए वे पूरा जीवन अशिक्षा के बीच ही गुजार देते हैं। ये बच्चे उपेक्षित होते हैं, कुपोषित होते हैं और उन्हें जरूरत होती है सहारे की। उन्होंने बच्चों को पढ़ाने के लिए थानाध्यक्ष से सहायता मांगी और उन्हें कुछ देर के लिए पुलिस बूथ बच्चों को पढ़ाने के लिए मिल गया।