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डिजिटल इंडिया के दौर में बढ़ी मांग, साइबर सिक्योरिटी एंड लॉ में बनें एक्सपर्ट

मानव संसाधन तैयार करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने इसी वर्ष से पीजी डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी एंड लॉ शुरू किया है।

By Edited By: Published: Thu, 24 May 2018 09:43 PM (IST)Updated: Fri, 25 May 2018 10:14 AM (IST)
डिजिटल इंडिया के दौर में बढ़ी मांग, साइबर सिक्योरिटी एंड लॉ में बनें एक्सपर्ट
डिजिटल इंडिया के दौर में बढ़ी मांग, साइबर सिक्योरिटी एंड लॉ में बनें एक्सपर्ट

नई दिल्ली (जेएनएन)। डिजिटल इंडिया के दौर में शहर से लेकर सुदूर गांव तक हर छोटी-बड़ी सुविधा डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो रही है। इससे पलक झपकते ही लोगों की समस्याओं का समाधान होने लगा है, लेकिन इस समाधान के साथ ही साइबर सिक्योरिटी भी नई चुनौती बनकर उभरी है, जिससे निपटने में बड़े औद्योगिक घरानों से लेकर तकनीकी विशेषज्ञ भी नाकाम साबित हो रहे हैं।

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जानकारों का कहना है जितनी तेजी से सुविधाओं का डिजिटलीकरणहोगा, उतनी तेजी से ही ये समस्याएं भी बढ़ेंगी। इनसे निपटने के उद्देश्य से सक्षम मानव संसाधन तैयार करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने इसी वर्ष से पीजी डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी एंड लॉ शुरू किया है। यह पाठ्यक्रम शुरू करने वाला डीयू देश का पहला केंद्रीय विवि बन गया है। इस पाठ्यक्रम के बारे में बता रही हैं इंस्टीट्यूट ऑफ साइबर सिक्योरिटी एंड लॉ की ओएसडी डॉ. सुनैना।

क्या है पाठ्यक्रम में इस पाठ्यक्रम में

साइबर सिक्योरिटी, क्लॉउड सिक्योरिटी, नेटवर्क सिक्योरिटी और मोबाइल इको सिस्टम सिक्योरिटी के बारे में पढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही इसमें इंटरनेट एंड थिंक (आइओटी), सेंसर बेस्ड एप्लीकेशन, डाटा सिक्योरिटी इश्यू के बारे में छात्रों को पढ़ाया जाएगा। जबकि पाठ्यक्रम अवधि में छात्रों को दो प्रोजेक्ट भी इंडस्ट्री एक्सपर्ट के साथ पूरे करने होंगे। पाठ्यक्रम की अवधि और सीटें पाठ्यक्रम दो सेमेस्टर में एक साल की अवधि में संचालित होगा, जिसकी कुल अवधि 42 हफ्तों की होगी।

पाठ्यक्रम के लिए 50 सीटें निर्धारित की गई हैं। फीस डीयू में संचालित हो रहा साइबर सिक्योरिटी एंड लॉ पाठ्यक्रम अन्य किसी भी इंस्टीट्यूट या विवि में संचालित हो रहे इससे संबंधित पाठ्यक्रम से सात से आठ गुना सस्ता है। डीयू में इस पाठ्यक्रम की ट्यूशन फीस लगभग 27 हजार प्रति सेमेस्टर है।

क्या है करियर ऑप्शन

वे कंपनियां, जो डिजिटल और वर्चुअल प्लेटफार्म का प्रयोग करती हैं, जिनमें सरकारी और निजी बैंक (ई वॉलेट कंपनी) भी शामिल हैं, उनमें यह पाठ्यक्रम रोजगार के अवसर खोलने में सक्षम है। इस पाठ्यक्रम को पूरा करने वाले छात्रों को आठ लाख तक का सैलरी पैकेज ऑफर हो सकता है। इसके लिए डीयू कैंपस प्लेसमेंट आयोजित करने की योजना पर काम कर रहा है।

क्या है दाखिले के लिए योग्यता

नेटवर्किंग, वेबसाइट मेंकिग, एथिकल हैंकिग, टेक्नोलॉजी की तरफ रुझान रखने वाले छात्रों के लिए यह पाठ्यक्रम उपयोगी साबित हो सकता है। इस पाठ्यक्रम के लिए स्नातक पास होने की न्यूनतम योग्यता रखी गई है, लेकिन इंजीनियरिंग, बीएससी फिजिक्स केमिस्ट्री, बीटेक, बीए ऑनर्स मैथमेटिक्स, बीसीए, एमसीए, बीएससी कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन वाले छात्र ही आवेदन कर सकते हैं।


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