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लॉकडाउन में गई नौकरी तो बन गया केंद्रीय मंत्री का फर्जी PS, गर्लफ्रेंड को भी दिया धोखा

फर्जी पीएस बने संदीप ने पकड़े जाने के बचने के लिए उसने गर्लफ्रेंड का दस्तावेज चोरी कर उसपर सिमकार्ड खरीद उससे फोन किया था फिर भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2020 10:07 AM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2020 10:07 AM (IST)
लॉकडाउन में गई नौकरी तो बन गया केंद्रीय मंत्री का फर्जी PS, गर्लफ्रेंड को भी दिया धोखा
लॉकडाउन में गई नौकरी तो बन गया केंद्रीय मंत्री का फर्जी PS, गर्लफ्रेंड को भी दिया धोखा

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पीएस बनकर दूसरे राज्यों के मंत्रियों को फोन कर नौकरी दिलाने की सिफारिश करने वाले आरोपित संदीप चौधरी ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। दरअसल संदीप चौधरी ने लॉकडाउन में नौकरी चली जाने से परेशान होकर खुद की नौकरी के लिए ऐसा कदम उठाया था। पकड़े जाने के बचने के लिए उसने गर्लफ्रेंड का दस्तावेज चोरी कर उसपर सिमकार्ड खरीद उससे फोन किया था फिर भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पीएस बनकर दूसरे राज्यों के मंत्रियों को फोन कर नौकरी दिलाने की सिफारिश करने वाले आरोपित को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक 25 वर्षीय संदीप चौधरी, गांव जसई, तेह मुंडावर, जिला अलवर (राजस्थान) का रहने वाला है और बीए, बीएड किया हुआ है।

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पूछताछ से पता चला कि वह पहले हीरो होंडा कंपनी, धारूहेड़ा में काम करता था। लॉकडाउन के दौरान नौकरी चली जाने से बेरोजगार हो गया था। नौकरी जाने से परेशान होकर उसने राजस्थान अथवा हरियाणा के औद्योगिक क्षेत्र में किसी भी कारखाने में नौकरी पाने की योजना बनाई। पकड़े जाने से बचने के लिए उसने अपनी गर्लफ्रेंड के दस्तावेज पर सिमकार्ड लिया। उसके बाद खुद को गृहमंत्री का पीएस बनकर हरियाणा के श्रम मंत्री अनूप धानक और राजस्थान के कानून मंत्री टीकाराम जूली को फोन कर नौकरी दिलाने की सिफारिश की। पहले तो दोनों मंत्री इसके झांसे में आ गए। शक होने पर उनके कार्यालय से जब गृहमंत्रालय में फोन कर फोन के सत्यपता के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई तब पता चला कि कॉलर के नाम का गृहमंत्री का कोई पीएस नहीं है।

इसपर गृहमंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को ईमेल के जरिए शिकायत कर दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। कॉलर के नंबर की जांच के बाद क्राइम ब्रांच ने बृहस्पतिवार सुबह अलवर से संदीप को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एमआई का फोन और वारदात में इस्तेमाल सिम भी बरामद कर लिया गया। संदीप को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। 


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