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कैब ड्राइवर की हत्या का पर्दाफाश, पढ़िए- कैसे ब्लाइंड मर्डर केस हुआ सॉल्व; यूपी से जुड़ा लिंक

उनका इरादा लूट का था, बावजूद इसके तीनों ने मिलकर कैब ड्राइवर के तीन टुकड़े कर डाले। इसके बाद तीनों कार को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में ठिकाने लगाकर लौट आए थे।

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 05 Feb 2019 02:52 PM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 02:52 PM (IST)
कैब ड्राइवर की हत्या का पर्दाफाश, पढ़िए- कैसे ब्लाइंड मर्डर केस हुआ सॉल्व; यूपी से जुड़ा लिंक
कैब ड्राइवर की हत्या का पर्दाफाश, पढ़िए- कैसे ब्लाइंड मर्डर केस हुआ सॉल्व; यूपी से जुड़ा लिंक

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली पुलिस ने कैब ड्राइवर की सनसनीखेज हत्या में पति से अलग रह रही एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला है कि महिला समेत तीन लोगों ने कैब बुक की फिर गाजियाबाद ले जाकर हत्या की। उनका इरादा लूट का था, बावजूद इसके तीनों ने मिलकर कैब ड्राइवर के तीन टुकड़े कर डाले। इसके बाद तीनों कार को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में ठिकाने लगाकर लौट आए थे। पुलिस से बचने के लिए मुरादाबाद से कटर और उस्तरा लेकर वापस लौटे और शव के टुकड़े ड्रेन में फेंक दिए। हत्या का खुलासा हुआ तो पुलिस भी यह जानकर हैरान रह गई कि तीनों आरोपितों में एक महिला भी है। 

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पुलिस ने बताया कि दिल्ली के शकूरपुर का रहने वाला राम गोविंद 28 जनवरी से लापता था। घर नहीं लौटने पर घरवालों ने इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच शुरू की तो यह एक ब्लाइंड मर्डर केस था, लेकिन तकनीकी की सहायता से पुलिस आखिरकार हत्यारोपियों पर पहुंच ही गई। 

पुलिस ने बताया कि आरोपितों ने एक साजिश के तहत ऐप बेस्ड कैब बुक की फिर गाजियाबाद ले जाकर कैब ड्राइवर राम गोविंद की हत्या की। आरोपितों की पहचान फरहत अली (अमरोहा, यूपी) और सीमा शर्मा उर्फ असलम खातून  (संभल, यूपी) के तौर पर हुई है। पुलिस ने आरोपितों के पास से मोबाइल फोन, कार, हत्या में इस्तेमाल कटर और उस्तरा बरामद किया गया है। इसके अलावा, दो बैग जिनमें शव के टुकड़े रखे गए थे, पुलिस ने उसे भी बरामद किया।

आरोपितों में एक निकला फर्जी डॉक्टर

जांच में पता चला है कि एक आरोपित फरहत अली पहले मुरादाबाद में फोटो स्टूडियो में काम करता था। इसके बाद वह फर्जी डॉक्टर बनकर महरौली-गुड़गांव रोड पर दुकान खोलकर बैठ गया, लेकिन काम नहीं जमा तो बेरोजगार हो गया। वहीं, सीमा शर्मा शादीशुदा है और पति से अलग गाजियाबाद में कमरा लेकर रह रही है।

पुलिस जांच में पता चला कि मदनगीर से कापसहेड़ा बॉर्डर जाने के लिए कैब बुक की गई थी। इसके बाद जीपीएस डिवाइस ने काम करना बंद कर दिया था। पुलिस ने सीसीटी की जांच की पूरा मामला सामने आ गया और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

आरोपितों ने बताया कि उन्होंने 29 की रात एक बजे कैब बुक की थी। उसके बाद गाजियाबाद ले गए। इस दौरान साजिश के तहत टैक्सी ड्राइवर को नशीली चाय पिलाई। राम गोविंद बेहोशी की हालत में पहुंच गए तो उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद गाजियाबाद स्थित अपने किराए के मकान में शव को छोड़कर कार समेत मुरादाबाद की ओर फरार हो गए। बाद में शव के तीन टुकड़े कर ड्रेन में फेंक दिया। 


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