Coronavirus: जानें कैसे कनिष्क दे रहे कोरोना के खौफ को मात, औरों के लिए बने मिसाल
एम्स की जनरल सर्जरी विभाग में बतौर नर्सिंग ऑफिसर के तौर पर कार्यरत कनिष्क यादव भी डटे हुए हैं और आजकल उनकी काफी सराहना भी हो रही है।
नई दिल्ली,जागरण संवाददाता। पूरी दिल्ली कोरोना वायरस के संक्रमण से परेशान है। कोरोना संक्रमितों का इलाज करने वाले डॉक्टर, नर्स व अन्य स्टाफ जमकर डटे हुए हैं। ऐसी स्थिति में एम्स की जनरल सर्जरी विभाग में बतौर नर्सिंग ऑफिसर के तौर पर कार्यरत कनिष्क यादव भी डटे हुए हैं और आजकल उनकी काफी सराहना भी हो रही है।
नर्सिंग ऑफिसर ने खुद आवेदन कर ड्यूटी कोरोना वार्ड में लगवा
एम्स में कोरोना पीड़ितों का इलाज करने के लिए बनाए गए कोविड-19 वार्ड में 10 नर्सिंग स्टाफ की जरूरत थी। अन्य विभागों से नर्सिंग स्टाफ जल्दी आने को तैयार नहीं थे, इसलिए कनिष्क यादव ने खुद अपने विभाग प्रमुख को पत्र देकर कहा कि वह कोविड वार्ड में काम करना चाहते हैं। पत्र में उन्होंने बताया कि उन्हें आइसीयू में काम करने का करीब सात साल का अनुभव है। कनिष्क का सेवाभाव देखते हुए उन्हें कोविड वार्ड में तैनात कर दिया गया।
10 और नर्सिंग स्टाफ को वार्ड में काम करने के लिए किया राजी
इसके साथ ही उन्होंने अपने साथ के 10 और नर्सिग स्टाफ को कोविड वार्ड में काम करने के लिए तैयार कर लिया। कनिष्क ने बताया कि वह मरीजों की काउंसलिंग भी कर सकते हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीज काफी डरे हुए होते हैं। कोरोना पॉजिटिव पाए जाते ही उन्हें लगता है अब वह शायद नहीं बचेंगे। कनिष्क ऐसे मरीजों की काउंसलिंग करके उन्हें जीने का हौसला भी देते हैं।
एम्स के डॉक्टर कोरोना की चपेट में
देश के नामी अस्पताल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute Of Medical Science) के फिजियोलॉजी विभाग के एक रेजिडेंट डॉक्टर भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। यह डॉक्टर हौज रानी मालवीय नगर में रहते हैं और पिछले कुछ दिनों से ऑफिस जाने के लिए दिल्ली परिवहन निगम की बस का इस्तेमाल कर रही थे। बता दें किअब तक देश में कोरोना वायरस के 2300 मामले सामने आ चुके हैं।