सबसे अलग-सबसे जुदा था महान नेता सुषमा स्वराज का ये अंदाज, पढ़िए- यह स्टोरी
भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की। विदेश मंत्री रहने के दौरान जिसने भी उनसे मदद मांगी उसे उनकी मदद जरूर मिली।
नई दिल्ली [सुधीर कुमार पांडेय]। 'वोदहाड़ती थी किसी शेरनी की तरह, वो दुलारती थी किसी मां की तरह । वो काम करती थी किसी मजदूर की तरह, वो मदद करती थी किसी दोस्त की तरह।'
हम बात कर रहे हैं भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की। विदेश मंत्री रहने के दौरान जिसने भी उनसे मदद मांगी, उसे उनकी मदद जरूर मिली। फिर चाहे वीजा को लेकर गुहार लगाई गई हो या फिर अन्य कोई मदद की दरकार। प्रतीक रामपुरिया ने जब ट्विटर पर अपनी 85 वर्षीय दादी के लिए पासपोर्ट के लिए सुषमा स्वराज से मदद मांगी तो उन्हें मदद का भरोसा दिया।
विजय वर्मा ने जब ट्विटर पर सुषमा स्वराज को टैग कर लिखा कि मैडम हमारे कन्नौज के नागरिक जो कनाडा में अपनी फैमिली के साथ रहते थे वो पूरे परिवार के साथ शनिवार के दिन वहां पर स्विमिंग पूल में डूब गए और उनकी मृत्यु हो गई अभी तक आपको और आपके मंत्रालय को कई बार इंफॉर्मेशन दी जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
इस पर सुषमा स्वराज ने तत्काल उनसे कहा कि कृपया परिवार का कुछ तो विवरण दीजिये ताकि मदद की जा सके। वहीं जब उन्हें पता चला कि पैसों के अभाव में शव भारत नहीं लाए जा सके तो उन्होंने इस पर दुख जताते हुए भारतीय दूतावास से मदद करने की अपील की। ट्विटर पर सुषमा स्वराज के 1 करोड़ 31 लाख से अधिक फालोअर हैं। उन्होंने ट्विटर पर किसी को फॉलो नहीं किया, लेकिन जब तक उन्होंने विदेश मंत्रालय संभाला और मदद के लिए किसी ने गुहार लगाई तो उसकी मदद जरूर की।
सुषमा स्वराज ने अंतिम ट्वीट में जम्मू- कश्मीर मामले में केंद्र सरकार को बधाई दी थी। उन्होंने इसमें लिखा था कि प्रधानमंत्री जी आपका हार्दिक अभिनंदन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी। उनके इस ट्वीट पर आज भी लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। उसे रिट्वीट कर रहे हैं, लाइक और रिप्लाई कर रहे हैं। उनके इस ट्वीट को तीन लाख 65 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं। करीब अस्सी हजार लोगों ने रिट्वीट किया है और करीब 36 हजार लोगों ने रिप्लाई किया है। सुषमा स्वराज के प्रति लोगों का प्रेम इस कदर दिखा कि उन्होंने उन्हें मां कहकर भी संबोधित किया है। हमेशा मदद को आतुर रहने के प्रति कृतज्ञता जताई है। यह सुषमा स्वराज का व्यक्तित्व ही था कि पाकिस्तान के सिंंध, इस्लामाबाद और पंजाब में लोगों ने उनके बारे में गूूगल पर काफी अधिक सर्च भी किया।
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