कोरोना के बाद एनसीआर की मुसीबत बढ़ा सकता है स्वाइन फ्लू, जानें- लक्षण, इलाज और सावधानी के बारे में
Swine Flu अधिकारियों का कहना है कि घर-घर तक स्वाइन फ्लू के लक्षणों तथा इसके बचाव के उपायों की जानकारी पहुंचाने का काम किया जाना चाहिए। स्कूल-कालेजों में स्वाइन फ्लू से बचाव के उपायों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए।
नई दिल्ली/गुरुग्राम/नोएडा, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली-एनसीआर समेत देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी रही है, लेकिन स्वाइल फ्लू के बढ़ते मामले समस्या बढ़ा सकते हैं। दिल्ली में तो अब तक स्वाइन फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आय़ा है, लेकिन एनसीआर के शहरों में मामले सामने आ रहे हैं।
दिल्ली से सटे गाजियाबाद और गुरुग्राम में स्वाइल फ्लू के मामले सामने आए
यहां पर बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में कोरोना के मामले में कमी आने के बाद स्वाइन फ्लू लोगों की परेशानी बढ़ाने आ गया है। इसके बाबत गुरुग्राम के अतिरिक्त जिला उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने जिलावासियों को स्वाइन फ्लू से सतर्क रहने की सलाह दी है। जिले में तीन मामलों की पुष्टि हो चुकी है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहा कि वह स्वाइन फ्लू के नियंत्रण को लेकर लोगों को विभिन्न माध्यमों से जागरूक करे।
अतिरिक्त उपायुक्त शुक्रवार को जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित कर रहे थे। यह बैठक अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में यह बैठक लघु सचिवालय स्थित सभागार में हुई। उन्होंने सीएमओ डा. विरेंद्र यादव से जिले में स्वाइन फ्लू को लेकर वर्तमान स्थिति की विस्तृत रिपोर्ट ली।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
सीएमओ ने निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों से कहा कि अगर आपको अपने अस्पताल में स्वाइन फ्लू का कोई संदिग्ध मरीज लगता है तो इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दें। गले का सूखना, खांसी, ठंड लगना, उल्टी-दस्त, तेज बुखार स्वाइन फ्लू के मुख्य लक्षण हैं। इसके अलावा बंद और बहती नाक, शरीर दर्द, सिरदर्द, थकान, सुस्ती और सांस संबंधी परेशानियां भी स्वाइन फ्लू के लक्षण हो सकते हैं।
घबराएं नहीं, इलाज पर दें ध्यान
सीएमओ ने कहा कि स्वाइन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है। जिले में इस बीमारी से निपटने के लिए पर्याप्त दवाइयां हैं। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू एक संक्रमण वाला रोग है जो छींकने, खांसने और थूकने से फैल सकता है। सबसे पहले बचाव पर ध्यान दें। लक्षण को हल्के में नहीं लें। जांच करवाएं और पुष्टि होने पर इलाज करवाएं।
दिल्ली में कोरोना के मिले 123 नए मामले, चार मरीजों की हो गई मौत
जागरण के वरिष्ठ संवाददाता राजधानी में कोरोना की संक्रमण 1.37 प्रतिशत से घटकर 1.06 प्रतिशत हो गई है। इस वजह से शुक्रवार को दिल्ली में कोरोना के 123 नए मामले आए और 191 मरीज ठीक हुए। कोरोना से 24 घंटे में चार मरीजों की मौत हो गई। इसके एक दिन पहले भी कोरोना से तीन मरीजों की मौत हो गई थी। मौजूदा समय में 788 सक्रिय मरीज हैं। अस्पतालों में 79 मरीज भर्ती हैं। एक मरीज वेंटिलेटर और 17 मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर हैं। कंटेनमेंट जोन की संख्या 113 है।
नोएडा-नोएडा में 16 नए संक्रमित मिले
दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 16 मरीज मिले और 19 मरीज ठीक हुए हैं। जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 67 हो गई है। शुक्रवार को मिले मरीजों में एक किशोर मिला है।
उधर, हरियाणा के गुरुग्राम जिले में शुक्रवार को 60 मरीज स्वस्थ हुए है और 51 नए मरीज भी मिले। संक्रमण दर 1.44 दर्ज की गई। अब जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या कम होकर 220 रह गई है और इसमें 210 होम आइसोलेशन में इलाज ले रहे हैं।
बता दें कि गुरुग्राम जिले में 2,99,522 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं और इसमें 2,98,278 मरीज स्वस्थ हुए हैं। 1024 मरीजों की मृत्यु हुई है। स्वास्थ्य विभाग 34,55,619 लोगों की कोरोना जांच कर चुका है और इसमें 31,52,550 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है।