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DU admission 2018: स्नातक के लिए पहली कटऑफ, SRCC व हंसराज कॉलेज ने जारी की लिस्ट

श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) व हंसराज कॉलेज ने अपनी पहली कटऑफ जारी कर दी है। छात्र इस कटऑफ के आधार पर गुरुवार तक दाखिला ले सकेंगे।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 08:32 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 06:52 PM (IST)
DU admission 2018: स्नातक के लिए पहली कटऑफ, SRCC व हंसराज कॉलेज ने जारी की लिस्ट
DU admission 2018: स्नातक के लिए पहली कटऑफ, SRCC व हंसराज कॉलेज ने जारी की लिस्ट

नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) मेरिट आधारित स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए पहली कटऑफ जारी कर दी गई है। छात्र इस कटऑफ के आधार पर गुरुवार तक दाखिला ले सकेंगे। श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC), हंसराज व हिंदू कॉलेज ने अपनी पहली कटऑफ जारी कर दी है।

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SRCC दो कोर्स ऑफर करता है- बी.कॉम (Honors) और BA Economics (Honors)। इस वर्ष BA Economics (Honor) की कटऑफ पिछले साल की तुलना में बढ़ी है। वहीं बी.कॉम (Honors) की कटऑफ पिछले साल के बराबर है। अन्य DU कॉलेजों की कटऑफ भी जल्द जारी होगी।

डीयू कुल पांच कटऑफ जारी करेगा

डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जारी होने के बाद दाखिला पोर्टल पर कटऑफ देखी जा सकेगी। इसमें स्थान आने पर छात्र जरूरी दस्तावेज के साथ कॉलेज पहुंचकर अपना दाखिला सुनिश्चित करवा सकते हैं। डीयू कुल पांच कटऑफ जारी करेगा। पहली कटऑफ में नाम आने पर छात्र दाखिला करा लें। यदि छात्र दाखिला नहीं लेते हैं तो दूसरी कटऑफ में सीट बचने पर ही ऐसे छात्रों को दाखिला दिया जाएगा।

डीयू में कॉपियों का मूल्यांकन जल्द शुरू होने की उम्मीद
विभिन्न मुद्दों पर आमने-सामने खड़े दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) और कुलपति के बीच सुलह के आसार नजर आ रहे हैं। दरअसल, डूटा ने शनिवार को कुलपति से हुई मुलाकात के बाद गतिरोध को खत्म करने के संकेत दिए हैं। इस संबंध में डूटा ने सोमवार को सभी शिक्षकों की आम सभा बुलाई है, जिसमें छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने पर विचार किया जाएगा।

डूटा के अध्यक्ष राजीब रे ने कहा कि कुलपति से मुलाकात सकारात्मक रही है। उन्होंने यूजीसी की पांच मार्च 2018 को जारी अधिसूचना से पैदा हुए रोस्टर संकट को गंभीरता से लिया है। साथ ही आश्वासन दिया है कि नए सत्र से तदर्थ शिक्षकों की दोबारा नियुक्ति का प्रयास किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर दो जुलाई को सुनवाई भी होनी है। कुलपति ने तदर्थ से नियमित हुए शिक्षकों की पदोन्नति में पुरानी सेवाओं को जोड़ने वाली कमेटी में डूटा की पांच सदस्यीय समिति का प्रतिनिधित्व शामिल करने के प्रस्ताव पर भी सहमति जताई है। उन्होंने बताया कि करीब दो महीने से डूटा के बैनर तले शिक्षकों द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार करने पर कुलपति ने छात्र हित में कॉपियां जांचने की भी अपील की है। वहीं, विद्वत परिषद के सदस्य प्रो. पंकज गर्ग का कहना है कि पदोन्नति में पुराने अनुभव को जोड़ने वाली कमेटी में डूटा को प्रतिनिधित्व मिला है। यह स्वागतयोग्य है, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट को समय पर जारी करना अधिक महत्वपूर्ण है।

ईसी सदस्यों के धरने के बाद डूटा से मिले कुलपति
डीयू कार्यकारी परिषद (ईसी) सदस्यों के 26 घंटे धरना देने के बाद कुलपति ने डूटा प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की है। असल में डूटा व कुलपति के बीच लंबे समय से जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए शुक्रवार दोपहर 12 बजे डीयू कार्यकारी परिषद (ईसी) के सदस्य प्रो. एके भागी, प्रो. राजेश झा व प्रो. विवेक गोगना ने प्रयास किया था, लेकिन कुलपति के ना मिलने पर तीनों ही ईसी सदस्य कुलपति कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए थे। शनिवार को वीसी ने डूटा प्रतिनिधिमंडल से मिलने का आश्वासन दिया, तब दोपहर दो बजे तीनों ईसी सदस्यों ने धरना खत्म करने की घोषणा की।


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