Kisan Andolan: बहादुरगढ़ से दिल्ली की ओर आने वाली रोहतक रोड के एक लेन से हटाई गई कील की परत, यातायात शुरू होने में लगेगा समय
Kisan Andolan टीकरी बार्डर पर पिछले 11 महीने से बिछी कील की परत को पुलिस ने हटाना शुरू कर दिया है। यहां रोहतक रोड के एक लेन पर बिछी कील की परत अब पूरी तरह उखाड़ दी गई है।
नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्रा]। टीकरी बार्डर पर पिछले 11 महीने से बिछी कील की परत को पुलिस ने हटाना शुरू कर दिया है। यहां रोहतक रोड के एक लेन पर बिछी कील की परत अब पूरी तरह उखाड़ दी गई है। बार्डर के आसपास सड़क के एक लेन पर यहां वहां रखे गए अवरोधक को भी साफ कर दिया गया है। यहां केवल जर्सी बेरिकेडिंग (कंक्रीट के बड़े बड़े ढांचे के अवरोधक) की दो परत शेष है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि हाइड्रोलिक क्रेन की मदद से जल्द ही इन्हें भी हटा दिय जाएगा। इसके बाद यदि प्रदर्शनकारी व बहादुरगढ़ प्रशासन सहमत हुए तो बहादुरगढ़ से दिल्ली की ओर आने वाली रोहतक रोड के एक लेन पर यातायात शुरू किया जा सकता है।
शुक्रवार को टीकरी बार्डर पर पिछले 11 महीने से यथावत स्थिति के मुकाबले अलग स्थिति नजर आई। बहादुरगढ़ से दिल्ली की ओर आने वाली लेन पर अब न तो बड़े बड़े पंडाल नजर आते हैं और न ही यहां आड़े तिरछे खड़े किए गए वाहन नजर आते हैं। बार्डर पर जर्सी बेरिकेडिंग के ठीक पीछे सड़क पर लोहे की कील की परत का नामोनिशान नजर नहीं आता है। इसके अलावा बार्डर पर जगह जगह बनाई गई दीवार को भी अब ढहा दिया गया है। यहां पहले के मुकाबले दिल्ली पुलिस की हलचल में भी अब काफी कमी नजर आती है। हां, अर्धसैनिक बलों के जवान यहां अब भी यथावत हैं।
देर रात तक चला कील की परत को उखाड़ने का कार्य
पुलिस के अनुसार जेसीबी मशीन से कील की परत को उखाड़ने का कार्य बृहस्पतिवार देर रात तक चला। इसके अलावा क्रेन की मदद से कंक्रीट के बेरिकेड को भी सड़क से हटा दिया गया। कंटीले तार की दीवार को भी मशीन की मदद से हटाया गया। वहीं शुक्रवार सुबह को यहां जो भी मलबा था, उसे हटाया गया।