Kisan Andolan: किसान अपनी जिद पर अड़े, नहीं लगवा रहे वैक्सीन, रोजाना 100 लोग ले रहे दवा
Kisan Andolan तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन को पांच माह का वक्त बीतने को है। पहले तो केंद्र सरकार के समक्ष आंदोलनकारियों की ओर से रखी गई मांगों को लेकर उनकी जिद शुरुआती दिन से ही बरकरार है
जागरण संवाददाता, दिल्ली/बहादुरगढ़(झज्जर)। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन को पांच माह का वक्त बीतने को है। पहले तो केंद्र सरकार के समक्ष आंदोलनकारियों की ओर से रखी गई मांगों को लेकर उनकी जिद शुरुआती दिन से ही बरकरार है, तो दूसरी ओर अब कोरोना के महासंकट के बीच इनकी टेस्टिंग और वैक्सीन भी एक तरह से चुनौती है। कई दिनों की लगातार कोशिश के बाद आखिरकार शनिवार को सात किसानों ने कोरोना से बचाव का टीका लगवाया। उम्मीद है कि अब वैक्सीनेशन में और भी आंदोलनकारी सहयोग करेंगे। यहां बीमारी भी बढ़ती जा रही है। रोजाना 100 किसान खांसी और जुकाम की दवा ले रहे हैं मगर वैक्सीन लगवाने के लिए उदासीनता बनी हुई है।
आंदोलनकारियों द्वारा लगातार उनके बीच कोरोना संक्रमण न होने का दावा किया जा रहा है, मगर स्वास्थ्य विभाग का तर्क है कि इसको लेकर तो स्थिति तभी साफ होगी, जब ये आंदोलनकारी अपना टेस्ट करवाएंगे। टेस्ट भी यदि बाद का विषय मान लिया जाए तो कम से कम एहतियात के तौर पर जो वैक्सीन कोरोना से बचाव में उपयोगी है, उससे तो किसी को भी परहेज नहीं करना चाहिए। कई दिनों से स्वास्थ्य विभाग आंदोलन स्थल पर कैंप लगाकर आंदोलनकारियों को वैक्सीन के लिए मनाने में जुटा है। अब संभावना बनी है कि कुछ किसान यहां पर वैक्सीन लगवा लें।