केबीसी : बंधवाड़ी गांव की तस्वीर देख कर अमिताभ हो गए भावुक, जानें कारण
कौन बनेगा करोड़पति-10का कर्मवीर स्पेशल एपिसोड शहर के लोगों के लिए खास रहा। बंधवाड़ी गांव स्थित द अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन के संस्थापक रवि ने कई दिलचस्प किस्सा बताया।
गुरुग्राम। टीवी के लोकप्रिय क्विज शो ‘कौन बनेगा करोड़पति-10’ का कर्मवीर स्पेशल एपिसोड शहर के लोगों के लिए खास रहा। सोमवार रात 9 बजे से प्रसारित इस सीजन के आखिरी एपिसोड में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ बंधवाड़ी गांव स्थित ‘द अर्थ सेवियर्स फाउंडेशन’ के संस्थापक रवि कालरा नजर आए।
शो के दौरान उन्होंने कॉमेडियन कपिल शर्मा के साथ मिलकर सभी 17 सवालों के जवाब दिए और 25 लाख रुपए जीतने में सफल रहे।
शो के दौरान रवि कालरा ने जब गुरुकुल में रह रहे बेसहारा लोगों की फोटो दिखाई तो अमिताभ बच्चन भावुक हो गए और परिवार सहित बंधवाड़ी स्थित गुरुकुल आने और दान करने का वादा किया। 25 लाख रुपया जीतने के बाद रवि ने अमिताभ बच्चन से बताया कि वो इस रकम से बेसहारा लोगों के लिए चैरिटेबल टेंपल ऑफ ह्यूमैनिटी स्थापित करना चाहते हैं।
ऐसे तय किया 25 लाख का सफर
हॉट सीट पर सबसे पहले प्रश्न के जवाब में ही रवि व कपिल शर्मा को ऑडियंस पोल का सहारा लेना पड़ा, लेकिन दूसरे सवाल का जवाब सही देकर दूसरा पड़ाव पर कर लिया। इसी प्रकार रवि कालरा ने चार लाइफ लाइन का प्रयोग करते हुए सभी 17 सवालों का जवाब दिया और 25 लाख रुपया जीतने में कामयाब रहे।
गुरुकुल के सदस्य और परिजन हुए भावुक
केबीसी के प्रसारण का सोमवार को बंधवाड़ी स्थित गुरुकुल में भी बड़ी एलईडी स्क्रीन पर लाइव किया गया, जहां गुरुकुल समेत आस- पास के गांव से भी लोग शो देखने पहुंचे। शो में रवि कालरा की मौजूदगी और 25 लाख रुपया जीतने पर उनके पिता अमरनाथ कालरा, उनकी मां प्रेम कालरा समेत आश्रम में रहने वाले सभी बुजुर्गों ने खुशी जताई।
रिश्तों में गिरावट
एक वाक्या शेयर करते हूए रवि कालरा ने बताया कि आज के जमाने में रिश्तों की अहमियत खत्म होती जा रही है। एक पिता कोमा में चले गए थे। उसके बेटे ने धोखाधड़ी से घर को बेच दिया और पिता को किराए के कमरे में बंद कर दिया। रिश्तों में गिरावट का अंदाजा इस बात से पता चलता है कि उसने अपना ग्रीन कार्ड बनवा लिया और पिता को किराए के घर में अकेला छोड़ कर जा रहा था। इतनाा ही नहीं बेटा जाते-जाते पिता के कमरे में बड़े-बड़े चूहे छोड़ गया। यह सुनकर अमिताभ भी भावुक हो गए। कई ऐसी ही दास्ता सुनाते हुए रवि ने बताया कि बेटे-बेटियां मा-बाप की अस्थियां तक लेने नहीं आते हैं।