ऑनलाइन खरीदारी के बढ़ते चलन से आने वाले दिनों में ई-कॉमर्स में नौकरियों के अवसर में आएगी तेजी
बेशक कोरोना संक्रमण से बचने के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया आरंभ हो गई है इसके बावजूद पहले की तरह ही सावधानी रखने की सलाह का ध्यान रखते हुए ज्यादातर लोग भीड़भाड़ वाले बाजारों में जाने के बजाय ऑनलाइन शॉपिंग को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।
डॉ. जयंतीलाल भंडारी। कोरोना महामारी के कारण ग्राहकों द्वारा ऑनलाइन शॉपिंग को तवज्जो दिए जाने से पिछले एक साल में ई-कॉमर्स के क्षेत्र में जबरदस्त बढ़ोत्तरी देखी गई। मार्केट में सस्ते 4जी डेटा की उपलब्धता और नये शॉपिंग मॉडल्स से आए इस बदलाव के चलते ऑनलाइन खरीदारी यानी ई-शॉपिंग ने ई-कॉमर्स को तेजी से विस्तारित किया है।
देश की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में दशहरा-दीपावली के त्योहारी सीजन में ई-प्लेटफॉम्र्स के जरिए खरीदारी में पिछले वर्ष 2019 के त्योहारी सीजन की तुलना में लगभग 50 फीसद की बढ़ोत्तरी देखी गई। यही वजह है कि कोविड-19 के बीच वर्ष 2020 में देश भर में रोजगार घटने की चुनौतियों के बीच ई-कॉमर्स कंपनियां बड़े पैमाने पर नई नियुक्तियां करते हुए भी दिखाई दीं। दुनिया की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन का कहना है कि उसके द्वारा वर्ष 2025 तक भारत में दस लाख नये रोजगार के मौके सृजित किए जाएंगे।
ई-कॉमर्स में बढ़ रहा रोजगार: कोरोना वायरस संक्रमण के डर के बीच ऑनलाइन ही उत्पादों के कैटलॉग चेक करने और एक क्लिक पर सामान की डिलीवरी घर तक होने की सुविधा ने ई-शॉपिंग और ई-कॉमर्स को तेजी से बढ़ाया है। विश्व प्रसिद्ध ग्लोबल डाटा एजेंसी स्टेटिस्टा द्वारा कोविड-१९ के बाद जिंदगी में आए बदलावपर की गई स्टडी के मुताबिक, ४६ फीसद लोगों का मानना है कि वे अब भीड़भाड़ में नहीं जाएंगे। भारत में भी उपभोक्ताओं की आदत और व्यवहार को देखते हुए ऑनलाइन खरीदारी छलांगे लगाकर आगे बढ़ती हुई दिखाई दे रही है।
भारत के ई-कॉमर्स बाजार की बात करें तो 27 फीसद सालाना की दर से बढ़ते हुए इस कारोबार के वर्ष 2024 तक 99 अरब डॉलर तक पहुंच जाने की उम्मीद है। ई-कॉमर्स में आए बूम के कारण इस सेक्टर में डिलीवरी ब्वॉय से लेकर सप्लाई चेन मैनेजमेंट, कंटेंट डेवलपमेंट, रिटेल मैनेजमेंट, मार्केटिंग तथा फाइनेंस में प्रशिक्षित लोगों के लिए बड़ी संख्या में मौके लगातार सामने आ रहे हैं।
कैसे बनाएं करियर: ई-कॉमर्स के क्षेत्र में करियर बनाने की शुरुआत बारहवीं के बाद ही की जा सकती है। बारहवीं के बाद ई-कॉमर्स में र्सिटफिकेट या वेब और ई-कॉमर्स टेक्नोलॉजी में र्सिटफिकेट से लेकर बैचलर ऑफ ई-कॉमर्स, बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन इन ई-कॉमर्स जैसे पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। इसके अलावा, स्नातकोत्तर स्तर के भी पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जैसे कि-एमबीए इन ई-कॉमर्स, मास्टर इन ई-कॉमर्स, मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग इन ई-कॉमर्स, मास्टर ऑफ साइंस इन ई-कॉमर्स एप्लिकेशंस, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन ई-कॉमर्स एप्लिकेशंस, पीजी डिप्लोमा इन इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ऐंड मैनेजमेंट इन ई-कॉमर्स, एडवांस डिप्लोमा इन वेब ऐंड ई-कॉमर्स टेक्नोलॉजी, ई-कॉमर्स एप्लिकेशन प्रोग्रामर, ई-कॉमर्स विजुअल एप्लिकेशन डेवलपर आदि। इसके अलावा, इसके लिए ऑनलाइन माध्यम से भी शॉर्टटर्म कोर्स किया जा सकता है।
उपयोगी स्किल्स: ई-कॉमर्स के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए ई-कॉमर्स की विशेषज्ञता के साथ-साथ अच्छी अंग्रेजी, कंप्यूटर दक्षता, निर्णय लेने की क्षमता, परिश्रम की प्रवृत्ति, कम्युनिकेशन व टेक्निकल स्किल्स तथा जनसंचार से जुड़ी हुईं स्किल्स लाभप्रद होती हैं। फिलहाल, देश के ज्यादातर विश्वविद्यालयों, विभिन्न शासकीय कॉलेजों और निजी क्षेत्र के कई संस्थानों में ई-कॉमर्स के र्सिटफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री और पोस्ट ग्रेजुएशन के कोर्स संचालित किए जा रहे हैं।
सैलरी: ई-कॉमर्स में आजकल युवाओं को अच्छी सैलरी ऑफर हो रही है। एंट्री लेवल पर किसी भी विभाग में आप शुरुआत में 20 से 25 हजार रुपये तक सैलरी आराम से पा सकते हैं।
प्रमुख संस्थान
गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
www.ipu.ac.in
इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
www.ignou.ac.in
एमिटी बिजनेस स्कूल, नोएडा
www.amity.edu
(वरिष्ठ करियर विशेषज्ञ)
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