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गाजियाबाद नगर निगम में फर्जी नियुक्ति का पर्दाफाश, कर्मचारी चला रहा रैकेट

नगर निगम में फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर युवाओं को ठगने का रैकेट निगम कार्यालय से चल रहा है।नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।

By Edited By: Published: Sat, 04 May 2019 11:08 PM (IST)Updated: Sun, 05 May 2019 11:31 AM (IST)
गाजियाबाद नगर निगम में फर्जी नियुक्ति का पर्दाफाश, कर्मचारी चला रहा रैकेट
गाजियाबाद नगर निगम में फर्जी नियुक्ति का पर्दाफाश, कर्मचारी चला रहा रैकेट

गाजियाबाद, जेएनएन। नगर निगम में फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर युवाओं को ठगने का रैकेट निगम कार्यालय से चल रहा है। शनिवार को नगर आयुक्त के समक्ष जब एक युवक कंप्यूटर ऑपरेटर पद पर योगदान आख्या देने पहुंचा तो फर्जी नियुक्त का मामला पकड़ में आया। वही कर्मचारी यह रैकेट चला रहे हैं, जिनके खिलाफ पिछले वर्ष दिसंबर में इसी आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ था।

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नगर आयुक्त दिनेश चंद्र ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। अपर नगर आयुक्त और प्रभारी कार्मिक शिवपूजन यादव को जांच सौंपी गई है। आरोपितों के खिलाफ थाना सिहानी गेट में तहरीर दी गई है। आरोपित निगम में बकायदा नौकरी के लिए इंटरव्यू कराते हैं। पैसा ठगने के लिए फर्जी नियुक्त पत्र जारी कर देते हैं। नगर आयुक्त दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि नैनीताल के गिनती गांव निवासी रजत सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह उनके कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर पद पर योगदान आख्या देने आए थे।

नगर आयुक्त ने कहा कि अभी फिलहाल में कोई नियुक्त नहीं की गई। ऐसे में जांच कराई तो मालूम हुआ कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। इस पत्र में मोहननगर स्थित कटोरी मिल कार्यालय में नियुक्ति दर्शायी गई थी। वेतनमान 35000-45000 दर्शाया गया था। इस पर रजत से पूछताछ की गई तो मालूम हुआ कि नगर निगम कर्मचारी शेर सिंह और उसके साथी बबलू के जरिए पूरा खेल हुआ। पहले निगम कार्यालय में इंटरव्यू कराया गया, ताकि विश्वास दिलाया जा सके। उसके बाद उससे मोटी रकम ली गई।

अपर नगर आयुक्त कार्यालय लिखा हुआ फर्जी नियुक्त पत्र 23 अगस्त 2018 को जारी कर दिया गया। इस मामले में शेर सिंह और बबलू के खिलाफ थाना सिहानी गेट में तहरीर दी गई है। गैंगमैन शेर सिंह ऐसे ही एक मामले में पहले से निलंबित चल रहा है। उस पर और उसके साथी बबलू, जोगिंद्र और संदीप उर्फ सोनू के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। इन पर आरोप था कि इन्होंने दिल्ली के झटीकरा गांव निवासी गौरव पुत्र हरशरण त्यागी और सोनीपत के गढ़ी गन्नौर निवासी मोहित पुत्र रामस्वरुप को नौकरी को झांसा देकर सात लाख रुपये ठगे हैं।

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